गोरखपुर: मदुरै कांड जैसी पुनरावृति रोकने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता. ऐसी घटनाएं दोबारा न हो इसके लिए एनईआर ने कुछ अहम फैसले लिए हैं. नई व्यवस्था के अनुसार टीटीई को पार्टी कोच में सवार हुए यात्रियों की संख्या गिननी होगी साथ ही आरपीएफ को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोच में किसी तरह का कोई ज्वलनशील पदार्थ या सिलेण्डर या चूल्हा न हो.
दोनों की संयुक्त जांच और रिपोर्ट के बाद ही पार्टी कोच रवाना होगी. अगर पार्टी कोच में पार्टी द्वारा पूर्व में घोषित यात्रियों की संख्या से अधिक की संख्या मिली तो अतिरिक्त यात्रियों का जुर्माना वसूला जाएगा. अगर कहीं किसी प्रकार का ज्वलनशील या सिलेण्डर-चूल्हा मिला तो जुर्माना लगाने के साथ ही कार्रवाई भी की जाएगी.
ये सख्ती यूं ही नहीं है. दरअसल मदुरै में कोच में आग की घटना के मामले में प्रारंभिक जांच के दौरान ये बातें सामने आ रही हैं कि कोच में निर्धारित से अधिक यात्री सवार थे और लखनऊ में ही सिलेण्डर-चूल्हा रखा गया था. सूत्रों के अनुसार न तो यात्रियों की जांच टीटीई ने की और न ही सिलेण्डर-चूल्हे की जांच आरपीएफ ने. हालांकि सीआरएस ने अभी जांच को अंतिम रूप नहीं दिया है. इस मामले में गोरखपुर से लखनऊ के अफसरों से पूछताछ के बाद पार्टी कोच बुक करने वाले डीलिंग र्क्लक को भी सीआरएस ने मदुरै बुलाया है.