ट्रेन रोकने की कोशिश, पुलिस ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों को जमकर पीटा
यूपी के प्रयागराज मे नौकरी नहीं मिलने की वजह से छात्रों द्वारा सड़क पर उतर योगी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया है.
यूपी के प्रयागराज मे नौकरी नहीं मिलने की वजह से छात्रों द्वारा सड़क पर उतर योगी सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया है. सलोरी इलाके में प्रयाग स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर उतर छात्रों ने ट्रैक पर ही डेरा जमा दिया और काफी देर तक प्रदर्शन करते रहे. बाद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को ट्रैक से हटाया और आगे की कार्रवाई की गई.
पुलिस ने छात्रों को पीटा, वीडियो वायरल
कुछ वीडियो सामने आए हैं जिनमें पुलिसकर्मी हॉस्टल में घुसकर उन छात्रों को बाहर निकाल रहे हैं जिन्होंने उस प्रदर्शन में हिस्सा लिया था, जिन्होंने सड़क पर उपद्रव मचाया था. कोई पुलिसकर्मी बंदूक की बट से दरवाजा तोड़ने का प्रयास करता दिखा तो कोई लातों के जरिए दरवाजा तोड़ता रहा. पुलिस का कहना है कि वे हर उपद्रवी को ढूंढ रहे हैं जिसने इलाके में अराजकता फैलाने का प्रयास किया.
चुनावी मौसम में विपक्ष का प्रहार
लेकिन वायरल वीडियो को देख समाजवादी पार्टी और प्रियंका गांधी ने योगी सरकार को घेरा है. कहा जा रहा है कि छात्रों के खिलाफ इस बर्बर अत्याचार को तुरंत रोका जाना चाहिए. सपा ने ट्वीट कर लिखा है कि : प्रयागराज में एनटीपीसी के रिजल्ट को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा छोटा बघाड़ा लॉज में घुसकर निर्दोष विद्यार्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज घोर निंदनीय! हर कदम पर दमन करने वाली भाजपा सरकार को युवा पलट देंगे इस बार। युवाओं का इंकलाब होगा 22 में बदलाव होगा।प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर इस घटना पर नाराजगी जाहिर कर दी है. वे कहती हैं कि प्रयागराज में पुलिस द्वारा छात्रों के लॉज में और हॉस्टलों में जाकर तोड़-फोड़ करना एवं उनको पीटना बेहद निंदनीय है. प्रशासन इस दमनकारी कार्रवाई पर तुरंत रोक लगाए। युवाओं को रोजगार की बात कहने का पूरा हक है और मैं इस लड़ाई में पूरी तरह से उनके साथ हूं.
पूरा मामला क्या है?
अब इस पूरे केस को डिटेल में समझे तो ये प्रदर्शन RRB (रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड) में एनटीपीसी यानी नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी भर्ती के परिणाम को लेकर किया जा रहा है. छात्रों का आरोप है कि बोर्ड की तरफ से ऐन वक्त पर नियम बदल दिए गए. परिणाम आने के बाद सिर्फ पांच फीसदी छात्रों को ही नौकरी पर लिया गया. छात्रों के मुताबिक असल में ये आंकड़ा 20 फीसदी होना चाहिए था. अब उस मांग को पूरा करवाने के लिए छात्रों ने सड़क पर ये प्रदर्शन किया, ट्रैक को घेरा और घंटों बवाल काटा गया.