लखनऊ न्यूज़: चिनहट में दोपहर चेकिंग से बचने के लिये कार के ड्राइवर ने ट्रैफिक सिपाही को कुचलने की कोशिश की. ड्राइवर की इस करतूत से सिपाही चोटिल हो गया. ड्राइवर कार समेत भाग निकला. इस बीच पुलिसकर्मियों ने कन्ट्रोल रूम में कार का नम्बर मैसेज कर दिया जिससे कुछ देर बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. सिपाही की तहरीर पर पुलिस ने जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कर लिया है. ड्राइवर का कहना है कि सिपाही अचानक गाड़ी के सामने आ गया था. उसे बचाने के लिये तेजी से ब्रेक लगाया था जिससे अनियंत्रित होने पर सिपाही गाड़ी की चपेट में आ गया था.
गाड़ी रोकने के लिए किया था इशारा सदर ट्रैफिक लाइन में तैनात सिपाही संजय कुमार यादव चिनहट तिराहे पर ड्यूटी कर रहे थे. दोपहर डेढ़ बजे अयोध्या रोड से आ रही काले रंग की कार की देखकर संजय ने रुकने का इशारा किया. संजय का आरोप है कि उसके इशारा करने के बाद भी ड्राइवर ने कार नहीं रोकी. वह हार्न बजाते हुये रफ्तार तेज करते हुये जाने लगा. वह सड़क पर आ गया तो ड्राइवर ने उस पर कार चढ़ाने की कोशिश की. इस दौरान कार की चपेट में आने से वह घायल हो गया. उसके हाथ व पैर में चोटें आयी. सिपाही को चोटिल देख अन्य पुलिसकर्मियों ने कन्ट्रोल रूम में सूचना दे दी. उसे कुछ दूरी पर ही पकड़ लिया गया. उसकी पहचान गोण्डा निवासी स्कंद श्रीवास्तव के रूप में हुई.
सिपाही ने दर्ज कराया मुकदमा: इंस्पेक्टर चिनहट आलोक राव ने बताया कि सिपाही संजय की तहरीर पर स्कंद श्रीवास्तव पर मुकदमा दर्ज किया गया है. सिपाही ने जानबूझ कर टक्कर मारने की शिकायत की है. वहीं, स्कंद ने गलती से टक्कर लगने की बात कही है. आरोपों की जांच की जा रही है.
ड्राइवर की दलील, अचानक सामने आ गया सिपाही: गोण्डा निवासी स्कंद श्रीवास्तव के मुताबिक वह परिजनों के साथ निजी अस्पताल में भर्ती एक रिश्तेदार से मिलने आया था. चिनहट तिराहे के पास सिपाही अचानक से सामने आ गया. स्कंद के मुताबिक उन्होंने तत्काल ही ब्रेक लगाए थे. लेकिन गाड़ी स्किट करती हुई आगे बढ़ने से सिपाही टकरा गया. उसकी मंशा सिपाही को चोटिल करने की नहीं थी. कार में उसके साथ परिवार के लोग भी थे.