लखनऊ। विभागीय अधिकारियों व कर्मियों के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट सेक्टर से किसी न किसी रूप में जुडेÞ हर खासोआम जन इस बात को लेकर काफी समय से बहुप्रतीक्षित रहा कि आखिर परिवहन विभाग में कब परिवहन आयुक्त (ट्रांसपोर्ट कमिश्नर) का पद अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होगा और किसे फुलप्रूफ तौर पर विभागीय मुखिया की अहम जिम्मेदारी मिलेगी। गुरुवार सुबह जब तीन वरिष्ठ आईएएस अफसरों के ट्रांसफर की सूची आयी तो उपरोक्त स्थितियों से पर्दा उठ गया…और परिवहन विभाग को नया परिवहन आयुक्त मिल गया। 2008 बैच के आईएएस चंद्र भूषण सिंह की नई तैनाती विभाग में अपर परिवहन आयुक्त पद पर हुई, मगर साथ ही यह भी जुड़ा है कि वही परिवहन आयुक्त का ही अतिरिक्त प्रभार भी संभालेंगे। यानी कुलमिलाकर वही विभाग के सबसे अहम पद का दायित्व संभालेंगे। अभी तक वो मुजफ्फरनगर जनपद में डीएम पद पर तकरीबन एक साल तक तैनात रहें। वहीं प्रशासकीय व्यवस्था के जानकारों की मानें तो परिवहन विभाग में केवल अपर परिवहन आयुक्त का तो कोई पद ही सृजित नहीं है, अपर परिवहन आयुक्त के साथ कोई न कोई विंग जुड़ा होता है जैसे-प्रशासन, प्रवर्तन, आईटी, रोड सेफ्टी, राजस्व आदि। जबकि परिवहन आयुक्त के पद पर कोई डीएम स्तर का नहीं बल्कि कमिश्नर श्रेणी का ही अधिकारी तैनात किया जा सकता है। ऐसे में प्रदेश सरकार ने एक तीर से दो निशाने को साधा है।
ऐसे में विशेषज्ञों को यही उम्मीद है कि आईएएस चंद्र भूषण को मौजूदा परिस्थितियों में भले ही अपर परिवहन आयुक्त पद पर नियुक्त किया गया है, लेकिन परिवहन आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार जोड़कर यह मंशा जाहिर कर दी गई है कि आगे वही परिवहन विभाग के सबसे बडेÞ विभागीय मुखिया पद पर फूलप्रूफ तरीके से जिम्मेदारी संभालेंगे। चंद्र भूषण सिंह भले ही सूबे के प्रतापगढ़ जनपद से मूलरूप से ताल्लुक रखते हों, मगर बतौर एसडीएम, एडीएम, सीडीओ और डीएम पदों पर उनकी अधिकांशत: तैनाती पश्चिमी यूपी में ही रही। सबसे अधिक चर्चा में वो तब रहें जब उन्होंने अलीगढ़ जनपद में बतौर डीएम पद पर तीन साल, चार माह और 10 दिनों का रिकॉर्ड कार्यकाल पूरा किया। इस दौरान उन्होंने अपनी कड़क कार्यशैली से एक ओर जहां जनपद में अराजक तत्वों पर अंकुश लगाया तो वहीं दूसरी तरफ सर्वसुलभ होने के नाते लोगों के बीच काफी जनप्रिय अधिकारी के रूप में भी बने रहें। इससे पूर्व वो सहारनपुर, बागपत में एसडीएम तो मेरठ में एडीएम रहें और हापुड़ में सीडीओ पद पर भी रहें। मुजफ्फरनगर जनपद में चंद्र भूषण सिंह ने तकरीबन एक साल का डीएम पद पर कार्यकाल पूरा किया। इस दौरान उन्होंने जो सबसे बड़ी कार्रवाई की वो यह रही कि नगर पालिका के करीब चार एकड़ सरकारी जमीन पर किसी दबंग कॉलेज प्रबंधन ने कब्जा कर रखा था, जिस पर एक्शन लेते हुए उन्होंने उसे 190 करोड़ की नोटिस जारी की थी। जनपद के वरिष्ठ पत्रकार एसके श्रीवास्तव बताते हैं कि अब उनके जाने से हो सकता है कि यह मामला अधर में लटक जाये जिसको लेकर स्थानीय जनपदवासी थोड़े निराश भी हैं।