दिल्ली : सावधान! अगर आप गांधी समाधि या स्वार रोड पर जा रहे हैं तो कृपया देख कर चलें। यहां के गड्ढे लोगों की मौत का कारण बन रहे हैं। बारिश होने पर ये गड्ढें जानलेवा हो जाते हैं। ये सड़कें नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आती हैं लेकिन इन्हें देखने वाला कोई नहीं है।
एक साल पहले प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आगमन पर लोक निर्माण विभाग ने सड़कों को दुरूस्त कराया था। रात ही रात में विभाग की ओर से गांधी समाधि से लेकर परिवर्तन चौक तक पांच किलोमीटर सड़क के घाव भरे थे। लेकिन एक साल के बाद ही गांधी समाधि और घाटमपुर की सड़क उधड़ने लगी। इनके उधड़ने से कई कई स्थानों पर गड्ढे होने लगे हैं। लेकिन, मजे की बात यह है कि इनके बारे में विभागीय अफसर अंजान हैं। इनको सही कराए जाने की कोई सुध नहीं ली जा रही है। गांधी समाधि की सड़क की स्थिति तब है जब यहां से दिनभर प्रशासनिक अफसरों के काफिले गुजरते हैं। लेकिन इसके बाद भी सड़कों की दशा नहीं सुधारी गई है। यही हाल कचहरी रोड का है। जबकि यह सड़क नगर पालिका के अधीन है।
30 करोड़ का प्रस्ताव अधर में लटका
पटवाई-जौलपुर मार्ग की दशा सुधारने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा 30 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर चार माह पहले भेजा गया था। सड़क साढ़े पांच फिट चौड़ी और 14.50 किलोमीटर लंबी होनी थी। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लाल निशान लगाए थे। लेकिन अभी तक यह प्रस्ताव अधर में लटका है।
गांधी समाधि और रामपुर स्वार रोड की दशा सुधारने को लेकर संबंधित एई को निर्देशित किया गया है। जल्द ही सड़क को दुरुस्त कराया जाएगा। - ललित कुमार अग्रवाल, प्रांतीय खंड लोनिवि, एक्सईएन।