ब्रज में बढ़ता जा रहा पर्यटन, सुविधाएं हो रही कम
कोविड के बाद श्रद्धालु और पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी
मथुरा: ब्रज में धार्मिक पर्यटन लगातार बढ़ रहा है. पर्यटन में हर साल 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है. पिछले एक साल में मथुरा में 6.5 करोड़ श्रद्धालु-पर्यटक आए, जो कि बहुत बड़ी संख्या है. यहां विशेष अवसरों पर बाहर से आने वाले लोगों की भीड़ इतनी बढ़ जाती है कि सभी प्रकार की सुविधाएं कम पड़ जाती हैं और व्यवस्थाएं ध्वस्त हो जाती हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ब्रज पर फोकस है. यहां की बड़ी विकास परियोजनाओं की मुख्यमंत्री स्वयं समीक्षा करते हैं. उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद का भी गठन इसीलिए किया गया, जिससे यहां विकास कार्य हो सकें. ब्रज में पर्यटन के प्रमुख केंद्र मथुरा-वृंदावन और गोवर्धन में सबसे ज्यादा विकास कार्य कराए गए, लेकिन जब भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है, तो फिर सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो जाती हैं. पिछले कुछ सालों में तो खासकर कोरोना के बाद से ब्रज में धार्मिक पर्यटन बहुत बढ़ गया है. गोवर्धन परिक्रमा में कहीं पेयजल की कमी हो जाती है तो कभी शौचालयों की समस्या. मथुरा-वृंदावन में ट्रैफिक जाम हो जाता है तो पार्किंग की व्यवस्था सबसे बड़ी चुनौती. मंदिरों में दर्शनार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है. विशेष अवसरों पर होटल-गेस्टहाउस और धर्मशालाओं में लोगों को कमरे तक नहीं मिल पाते. ब्रज में जगह-जगह होने वाले आयोजनों के दरम्यान और बाद में सफाई व्यवस्था चौपट हो जाती है सो अलग. विगत एक वर्ष के दौरान मथुरा में करीब 6.5 करोड़ श्रद्धालु आए हैं. हालात ऐसे हैं कि भीड़ के दबाव में सारी व्यवस्थाएं बौनी हो जाती हैं.