बाघ का दहशत: निगरानी के लिए दो हाथियों को मंगाया गया
खेत गई महिला पर बाघ का हमला
बरेली: हरकिशनापुर में गाय को रात में निवाला बना कर दिन मे बाघ ने एक महिला पर झपट्टा मारा. हालांकि महिला हमले में बाल बाल बच गई. जानकारी पर पहले क्षेत्रीय ग्रामीण और बाद में वन कर्मियों ने पहुंच कर जानकारी ली. बाघ की दहशत पूरी क्षेत्र में लगातार बनी हुई है. निगरानी के लिए गजरौला की माला रेंज से मणिकांता और सूर्या नाम के दो हाथियों को लगाया गया है.
महोफ रेंज से सटे न्यूरिया के अंतर्गत पंडरी के बाद बाघ की दहशत हरकिशनापुर बनी हुई है. खेत गई हरीश कुमारी नाम की महिला पर बाघ ने हमला कर दिया. महिला मेवाराम के खेत के पास चारा लेने गई थी. हालांकि महिला इसमें बाल बाल बच गई. ग्रामीणों के शोर मचाने पर बाघ जंगल की तरफ चला गया. सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने बाघ की लोकेशन के बारे में जानकारी जुटाई.
रात में गाय को बना चुका है निवाला बाघ रात में हरकिशनापुर गांव मे विक्रांत के खेत में घूम रही गाय को अपना निवाला बना चुका है. इसकी जानकारी ग्रामीणों को लगने पर वह दहशत में आ गये. पर क्या पता था कि बाघ फिर से महिला पर हमलावर होगा.
दो से अधिक बाघ हैं पंडरी के बाद हरकिशनापुर मे बाघ की दहशत बढ़ गई है. दबी जुबान में ग्रामीणों से चर्चा में वनकर्मी इस क्षेत्र में दो से अधिक बाघों के होने की बात कह चुके हैं. पर अब तक वनाधिकारियों ने इस बारे में आवश्यक कदम नहीं उठाया है.
मेवराम के खेत के पास एक बार ट्रेस हुआ बाघ
बताया गया कि बाघ को मेवराम के खेतों के आसपास ट्रेस किया गया है. वहीं बाघों की दहशत के कारण महिला हरीश कुमारी अब भी डरी सहमी है. सूचना देने के बाद भी वन विभाग के बड़े अधिकारी अब तक मौके पर नहीं पहुंचे.
हाथियों की मौजूदगी से चला जाता है बाघ
महोफ रेंजर सहेंद्र यादव ने बताया कि दरअसल हाथियों की मौजूदगी होने से बाघ मौके से चला जाता है. इसी क्रम में पीटीआर के दो हाथी मणिकंता व सूर्या को मौके पर भेजा गया है. वन कर्मी निगरानी में लगे हुए हैं. बाघ को पुशबैक करने के प्रयास करेंगे. सामाजिक वानिकी क्षेत्र के एरिया वहां के कर्मी व अधिकारी लगे हुए हैं.