पीलीभीत : पीलीभीत जिले में बाघों का आतंक थम नहीं रहा। कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव रानीगंज निवासी किसान भूलेराम को बाघ ने हमला कर मार डाला। ग्रामीणों ने मंगलवार को किसान का शव जंगल के अंदर से बरामद किया। बताया जा रहा है कि किसान सोमवार को जानवर चराने जंगल के पास गया था। वापस न आने पर ग्रामीणों ने तलाश की। सूचना पर वन विभाग की क्षेत्रीय टीम मौके पर पहुंच गई। घटना कहां और कैसे हुई, इसकी पड़ताल की जा रही है। इस साल अब तक बाघ के हमले में यह पांचवी मौत है।
पांच साल में 22 लोगों की मौत
पीलीभीत में पांच साल में मानव-वन्यजीव संघर्ष में 22 लोगों को जान गंवानी पड़ी। इनमें अधिकतर किसान व मजदूर तबके के लोग शामिल रहे। जिले की करीब एक लाख की आबादी इससे प्रभावित है। इसके बावजूद यह कभी चुनावी मुद्दा नहीं बन सका। एक बार फिर लोकसभा चुनाव आया तो दावों और वादों का दौर शुरू हो गया। जातीय समीकरण साधने के लिए लालायित नेताओं व राजनीतिक दलों की फेहरिस्त से यह मुद्दा ही गायब है।
बीते पांच साल में मानव-वन्यजीव संघर्ष में मारे गए लोग
वर्ष 2019
11 अप्रैल - हेमंत खैराती - गोयल कॉलोनी
वर्ष 2020
01 फरवरी - फूलचंद - बैजू नगर
05 फरवरी - रूपलाल - विधिनपुर
21 मार्च - रमोनी देवी - माला कॉलोनी
30 मार्च - कृष्णा राय - माला कॉलोनी
03 अप्रैल - निंदर सिंह - रिछौला
03 अप्रैल - डोरीलाल - ढेरम मंडरिया
08 मई - शिवेंदु - गोयल कॉलोनी
वर्ष 2021
11 जुलाई - सोन - दियोरिया
11 जुलाई - कंधई - दियोरिया
वर्ष 2022
08 जनवरी - गोकुल मलिक - टंडोला विजेसी न्यूरिया
वर्ष 2023
30 मई - अशोक कुमार - अलीगंज न्यूरिया
28 जून - लालता प्रसाद - रानीगंज माधोटांडा
16 अगस्त - राममूर्ति - रानीगंज
21 सितंबर - रघुनाथ विश्वास - माला कॉलोनी
26 सितंबर - तोताराम - जमुनिया
11 नवंबर - ओमप्रकाश - जमुनिया
वर्ष 2024
5 जनवरी - स्वरूप सिंह उर्फ मट्टू - पुरैनी दीपनगर
31 जनवरी - गंगाराम - जमुनिया
19 फरवरी - पंकज - पंडरी
19 मार्च - धर्मेंद्र - मल्लपुर खजुरिया
9 अप्रैल - भूलेराम- गांव रानीगंज