दुधवा में ट्रेन की चपेट में आने से बाघ का शावक गंभीर रूप से घायल

Update: 2024-05-10 12:03 GMT
लखीमपुर खीरी : लखीमपुर खीरी के दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन में बांकेगंज-मैलानी रेल खंड के बीच शुक्रवार सुबह ट्रेन की चपेट में आने से बाघ का शावक गंभीर रूप से घायल हो गया। शावक को रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग की टीम जुटी है। घटनास्थल के आसपास बाघिन के मौजूद होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही थी। इसलिए पिंजरा मंगवाया गया।
मैलानी रेंज के जंगल से गुजरी रेलवे लाइन पर बांकेगंज-मैलानी खंड के बीच किलोमीटर 187 हेक्टोमीटर 3 /4 के पास शुक्रवार सुबह एक शावक किसी ट्रेन की चपेट में आ गया। शावक छह माह का है। ट्रेन की टक्कर लगने से शावक ट्रैक के किनारे झाड़ियों में जा गिरा। जंगल में गश्त कर रही वन कर्मियों की टीम ने घायल बाघ शावक को देखकर इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी।
जिस पर दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन डीएफओ सौरीष सहाय पशु चिकित्सकों और वन कर्मियों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बाघ शावक को रेस्क्यू करने का प्रयास शुरू कर दिया। ताकि उसका इलाज कराया जा सके। इस बीच झाड़ियों के पास घायल पड़ा बाघ शावक रूक-रूक कर गुर्राता रहा। बताते हैं कि घटनास्थल के आसपास ही बाघिन मौजूद है।
पहले भी ट्रेन की चपेट में आ चुके हैं वन्यजीव
बांकेगंज-मैलानी रेल खंड पर एक साल पहले ट्रेन की चपेट में आने से तीन चीतल और एक भालू की मौत हो चुकी है। 13 जनवरी 2023 को महुरेना बीट जंगल से गुजरे रेल ट्रैक पर बांकेगंज छोटी नहर पुल के आगे पिलर संख्या 182/10 के पास हादसा हुआ था। गेहूं के खेत में चर रहे तीन चीतल मैलानी से लखनऊ जा रही पैसेंजर ट्रेन की आवाज सुनकर रेलवे ट्रैक क्रास करने लगे। इस बीच ट्रेन की चपेट में आकर तीनों की मौत हो गई। इसमें दो नर और एक गर्भवती मादा चीतल थी।
इसी रेल खंड पर 27 जून 2023 को रात 11 बजे करीब पिलर संख्या 185/7 व 185/8 के मध्य एक भालू रेल ट्रैक पार कर रहा था। डालीगंज-मैलानी पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आकर नर भालू की मौत हो गई। वन विभाग ने अज्ञात लोको पायलट के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था।
जंगल में ट्रेन को सतर्कता पूर्वक चलाने के हैं निर्देश
दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन के जंगल में पड़ने वाले मैलानी रेंज में मैलानी-बांकेगंज रेल खंड पर करीब 12 किलोमीटर की दूरी में ट्रेन जंगल से होकर गुजरती है। जंगल के अंदर लोको पायलटों को सीमित गति के साथ ही सतर्कता पूर्वक ट्रेन चलाने के निर्देश हैं। ऐसे में चालक जंगल में किस गति से ट्रेन चलाते हैं या बाघ शावक की ट्रेन से टक्कर के समय ट्रेन की गति क्या रही होगी। यह जांच के बाद ही पता चल सकेगा।
दुधवा टाइगर रिजर्व बफरजोन के डीएफओ सौरीष सहाय ने बताया कि बांकेगंज-मैलानी रेल खंड पर ट्रेन की चपेट में आने से एक बाघ शावक घायल हुआ है। जिसे रेस्क्यू कर उसका इलाज कराने का प्रयास जारी है।
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