कानपुर के परमट घाट में रविवार सुबह तीन छात्र गंगा में डूब गए। एक छात्र को नाविक ने बचा लिया, जबकि उसके दो साथी गंगा में समा किए। पुलिस और गोताखोरों ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव बरामद कर लिए। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया।
जानकारी के अनुसार, अर्षित (18) व नवनीत (18) केंद्रीय विद्यालय में इंटर के छात्र थे। रविवार तड़के नवनीत छोटे भाई रमन, अर्षित, शिवशंकर, गोपाल समेत सात दोस्त के साथ बालीवॉल खेलने की बात कहकर घर से निकले थे। गंगा में अचानक नहाने का मन हुआ तो सभी छात्र परमट घाट पहुंच गए। सभी एक नाव में सवार होकर घाट की दूसरी छोर पर पहुंच गए।
चीख पुकार सुन नाविक ने एक को बचाया
अर्षित, नवनीत और रमन ने गंगा में छलांग लगा दी, जबकि अन्य चार साथी बाहर ही खड़े रहे। तेज बहाव और गहराई में जाने के चलते तीनों डूबने लगे। चीख-पुकार सुन वहां नाव से गुजर रहे एक नाविक ने रमन को बचा लिया। नवनीत और हर्षित लापता हो गए। जल पुलिस और गोताखोरों की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शव को खोज निकाला। वही परिजनों के पोस्टमार्टम कराने से इंकार करने पर पुलिस ने शवों को परिजनों के हवाले कर दिया।
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कर्नलगंज के एसीपी त्रिपुरारी पाण्डेय ने बताया कि तीन छात्र सुबह मंदिर के दर्शन करने आए थे। तीनों गंगा स्नान को नाव से घाट के दूसरी ओर चले गए। पैर फिसलने से एक छात्र डूबने लगा। उसे बचाने में दो छात्र और गहराई में चले गए।