दो छात्राओं समेत तीन लोगों ने फांसी लगाकर जान दी

Update: 2023-09-23 06:49 GMT

इलाहाबाद: 11वीं और 12वीं की दो छात्राओं समेत तीन ने फांसी लगाकर इहलीला समाप्त कर ली. शहर के अलग-अलग इलाकों में हुईं इन घटनाओं से तीनों परिवार में कोहराम मचा रहा. पुलिस ने फोरेंसिक टीम की मदद से विधिक कार्रवाई की. तीनों घटनाओं में किसी के पास से सुसाइड नोट नहीं मिला है.

12वीं की छात्रा बीमारी से थी परेशान आईआई बाजार कैंट निवासी मसूद अहमद प्राइवेट काम करते हैं. परिवार में उनकी पत्नी खुर्शीद जहां और दो बेटी हैं. छोटी बेटी अक्शा मसूद (19) 12वीं की छात्रा थी. उसने कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी लगा ली. देर शाम जब परिजनों ने दरवाजा खटखटाया तो उसने जवाब नहीं दिया. कैंट पुलिस भी पहुंच गई. दरवाजा तोड़ा गया. पुलिस को पूछताछ में पता चला कि छात्रा कई सालों से पेट की बीमारी से परेशान थी. उसका इलाज चल रहा था. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. वहीं पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजन खामोश रहे.

भाई से खाने के विवाद में 11वीं की छात्रा ने दी जान नवाबगंज निवासी राज कुमार रेलवे में क्लर्क हैं. वह परिवार के साथ माल गोदाम कॉलोनी, शाहगंज में रहते हैं. राज कुमार के तीन बच्चों में दो बेटे और एक बेटी हैं. बड़ी बेटी श्रद्धा त्रिपाठी (16) 11वीं की छात्रा थी. वह केपी गर्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ती थी. शाहगंज पुलिस ने बताया कि रात भाई-बहन में खाने को लेकर विवाद हुआ. श्रद्धा नाराज होकर कमरे में चली गई और दरवाजा बंद करके फांसी लगा ली. रात में साढ़े दस बजे परिजनों ने उसे आवाज दी, कोई जवाब नहीं मिला. दरवाजा तोड़कर श्रद्धा को फांसी के फंदे से नीचे उतारा. परिजन रात में उसे रेलवे अस्पताल ले गए. डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया. अस्पताल की सूचना पर पहुंची शाहगंज पुलिस ने जांच कर शव का पोस्टमार्टम कराया.

पान विक्रेता फंदे पर लटका मिलाशाहगंज निवासी मिर्जा अख्तर बेग (65) लीडर रोड पर पेट्रोल पंप के बगल में पान की दुकान लगाते थे. एडीए की बनी दुकानों के बीच उनकी दुकान थी. दोपहर में एक गोदाम मालिक वहां पहुंचे तो शोर मचाया. मिर्जा अख्तर बेग वहीं रस्सी से फांसी के फंदे पर लटके मिले. शाहगंज पुलिस ने फोरेंसिक टीम की मदद से तफ्तीश की. कोई सुसाइड नोट नहीं मिला. अख्तर का बेटा मिर्जा अमान बेग भी पहुंच गया. आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी.

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