मेरठ। खरखौदा थाना क्षेत्र के गांव जलालपुर निवासी युवती की अध्यापक पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर गगोल परतापुर निवासी युवक ने साढे़ तीन लाख की ठगी कर ली। पीड़ित पक्ष द्वारा दबाव बनाने पर डेढ़ लाख की रकम वापस कर दी। बाकी रकम देने से इन्कार कर रहा है। इस मामले में युवती ने एसएसपी के आदेश पर थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई है। गांव जलालपुर निवासी बॉबी पुत्री मोहर सिंह के अनुसार वह अध्यापक पद के लिए प्रतियोगिता की तैयारी कर रही है। पीड़िता के अनुसार वह प्रतिदिन मेरठ स्थित लाइब्रेरी में जाती है। लाइब्रेरी में अमित पुत्र गंगाराम निवासी गगोल थाना परतापुर से उसकी मुलाकात हुई। अमित ने लखनऊ सचिवालय में अधिकारियों से अपनी जान पहचान बताई। पीड़िता द्वारा 2021 में दी गई।
टीजीटी व पीजीटी की परीक्षा में आरोपी ने चयन कराने का दावा किया। आरोप है कि अमित अधिकारी को दिखाने के बहाने पीड़िता के मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र ले गया। बाद में अमित ने बताया कि पीड़िता का चयन हो गया है, जिसकी एवज में पांच लाख की रिश्वत देनी होगी। पीड़िता ने पैसे देने से इन्कार कर दिया। इस पर अमित ने उसके मूल शैक्षिक प्रमाणपत्र वापस देने से मना कर दिया। पीड़ित पक्ष ने बाद में पांच लाख की रकम अमित के खाते में आरटीजीएस द्वारा ट्रांसफर करा दी। बाद में पता चला कि युवती का चयन नहीं हुआ। पीड़िता ने रकम की मांग की तो अमित ने डेढ़ लाख रुपये वापस कर दिए तथा बाकी रकम लौटाने से इन्कार कर दिया। पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत की थी, जिसमें खरखौदा पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है।