कार्तिक पूर्णिमा मेले में हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में डुबकी

Update: 2022-11-07 09:23 GMT

हस्तिनापुर न्यूज़: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मखदूमपुर गंगा घाट पर रविवार को श्रद्धालुआें के पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। गंगा घाट पर तम्बुओं का गांव बसा नजर आया। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ गंगा में डुबकी लगाकर पूजा-अर्चना की।  गंगा में स्नान और दीपदान करने के लिए नगर पंचायत द्वारा पांच घाट अर्जुन, भीम, नकुल, युधिष्ठर, सहदेव के नाम पर से बनाकर तैयार हो गये हैं। बूढ़ी गंगा में दीपदान कर पितृों की आत्मा शांति के लिए गंगा में स्नान कर पूजा-अर्चना करेंगे। कस्बे में तीन दिन तक आयोजित होने वाले मेले का रविवार को नगर पंचायत अध्यक्ष अरुण कुमार ने पूजा-अर्चना के उपंरात में का फीता काटकर उद्घाटन किया। यहां सभासद पहलाद सिंह, पूर्व सभासद बंटी कर्णवाल, सफाई नायक संजय जीनवाल, मेला ठेकेदार आंनद कुमार आदि उपस्थित रहे।

दूसरे ही दिन लगे गंदगी के अंबार: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा किनारे आएगी मेले में उद्घाटन के दूसरे दिन ही गंदगी के अंबार नजर आए मेले में आए श्रद्धालुओं ने जमकर पॉलीथिन का प्रयोग किया. वही पशुओं के मल के ढेर भी गंगा किनारे एक छोर से दूसरे छोर तक नजर आए। जिसकी तरफ मेला प्रशासन का कोई ध्यान नहीं था।

नहीं नजर आई पुलिस फोर्स: सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स भी मेले में नजर नहीं आ रही है। सड़क निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतें उठानी पड़ी। मेले में अव्यवस्था के चलते श्रद्धालुओं को स्नान करने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मजबूत दावे खोखली हकीकत: उद्घाटन से पूर्व मेला तैयारियों के बड़े-बडेÞ वादे करने वाले जिला पंचायत की हकीकत एक दिन बाद ही जग जाहिर होती नजर आने लगी है। मेले का बजट बढ़ने के बाद भी मेला पांच दिवसीय घटकर चार दिवसीय हो गया। मेले से जुड़ी तमाम तैयारियां उद्घाटन के एक दिन बाद भी पूरी नहीं हो पाई। दुकानदारों से लेकर श्रद्धालुओं को पानी छिड़काव में हो रही कमी के चलते धूल झेलने के साथ कई अन्य दिक्कतें का उठनी पड़ी।

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