गाजियाबाद न्यूज़: त्योहारी सीजन आते ही बाजार में मिलावटी दूध, घी और पनीर बेचने वाले सक्रिय हो गए हैं, जो मुनाफा कमाने के चक्कर में लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. ऐसे में सावधानी से ही बचा जा सकता है. बीते साल जिले में होली पर खाद्य सामग्रियों के लिए 60 फीसदी नमूने जांच में फेल हो फेल गए थे. इसके बाद वनस्पति, पनीर समेत अन्य खाद्य सामग्री नष्ट कराई गई थी.
जिले में मिलावटी दूध सप्लाई किया जाता है. यह खुलासा प्रयोगशाला से प्राप्त जांच रिपोर्ट में भी हुआ है. औषधि एवं खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक अप्रैल 2022 से 31 जनवरी 2023 तक 437 प्रतिष्ठानों पर निरीक्षण और 70 पर छापेमारी की. इस दौरान दूध के 127 नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे. 187 नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिनमें से 79 फेल आए. इनमें से 71 अधोमानक, चार असुरक्षित और अन्य में नियम का उल्लंघन मिला. एओ कोर्ट ने मिलावट करने पर 36 लोगों से 23.30 लाख का जुर्माना भी वसूला.
पनीर पनीर की पहचान करने के लिए एक बर्तन में गर्म पानी करें. उसी में पनीर का टूकड़ा डाल लें. जब तक वह पानी में घुल नहीं जाता उसे गर्म करते रहें. इसके बाद ठंडा करके उसमें आयोडिन टिंचर डाल लें. इसी तरह इसका रंग भी नीला पड़ा तो उसमें 75 फीसदी से अधिक मिलावट है.
होली पर मिलावट रोकने के लिए टीम बनाकर अभियान शुरू कर दिया गया है. टीम छापेमारी कर कार्रवाई कर रही हैं. मिलावट करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा. कोर्ट वाद के आधार पर जुर्माना और सजा की कार्रवाई करेगा. -विनित कुमार, सहायक आयुक्त (खाद्य), गाजियाबाद
खाद्य सामग्रियों में मिलावट जांचने के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है. इस दौरान लोगों को जांचने के घरेलू तरीके भी बताए जाते हैं. -एनएन झा, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी
दुकानदारों से मिलावटी खाद्य सामग्री न बेचने के लिए अपील की जाती है. प्रशासन को मिलावटी खाद्य सामग्री बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. -संदीप बंसल, जिलाध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल