आचार संहिता खत्म होने पर गंगाजल के लिए टेंडर होंगे

Update: 2024-05-17 07:18 GMT

गाजियाबाद: खोड़ा में गंगा जल परियोजना के लिए शासन की अनुमति मिल चुकी है. गंगा जल परियोजना के लिए 253 करोड़ का बजट रखा गया है. आदर्श आ संहिता हटने के बाद गंगा जल परियोजना के लिए निविदाएं आमंत्रित करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.

खोड़ा के प्रत्येक घर में गंगा जल पहुंचने में लगभग डेढ़ वर्ष का समय लगेगा. खोडा में स्थानों पर अंडर ग्राउंड रिजर्व वायर बनाए जांएगे. जिसके लिए जगह को चिन्हित कर लिया गया है. चारो अंडर ग्राउंड रिजर्व वायर में नोएडा के छिजारसी से भूमिगत लाईन बिछाकर गंगा जल पहुंचाया जाएगा. जहां से सुबह और शाम प्रत्येक घर में पाइपलाइन की जरिए सप्लाई दी जाएगी. इसके अलावा छिजारसी से भूमिगत पाइपलाइन बिछाने के लिए जल निगम ने दिल्ली मेट्रो से एनओसी भी ली गई है. फिलहाल खोडा को 50 एमएलडी गंगा जल दिया जाएगा. पूरे खोडा में ही योजना में गंगाजल की सप्लाई कर दिया जाएगा.

फिलहाल नगरपालिका के 70 टैंकर पहुंचा रहे गंगा जल खोड़ा में फिलहाल नगरपालिका के 70 टैंकर गंगाजल पहुंचा रहे हैं. खोड़ा की आबादी 12 लाख है. वार्डों में टैंकर कई कई दिनो के बाद आता है. टैंकर से पानी लेने के लिए लंबी लंबी कतार लग जाती है और कई बार हिंसक झड़प भी हो जाती है. 70 टैंकर खोड़ा की प्रतिशत आबादी को भी पानी नही पहुंचा पाते है.

लगातार जल हन से डार्क जॉन में तब्दील हुए कई वार्ड खोड़ा में 34 वार्ड है. खोड़ा में लोग पानी के लिए सबमर्सिबल का प्रयोग करते है. पिछले कई वर्षो से भूमिगत जल हन होने से खोडा के कई वार्ड डार्क जॉन में पहुंच गए हैं, जहां पर 700 फीट पर भी पानी मौजूद नहीं है. कई वार्डों में लोग प्राईवेट टैंकरो से पानी की विक्रय कर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं.

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