मोदीपुरम: धूप निकलने के 24 घंटे बाद फिर से मौसम में बदलाव दिखाई दिया। शनिवार को दिन निकलते ही शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया। दिन भर शीतलहर का प्रकोप रहा और सूर्य देवता के दर्शन तक नहीं हुए। लोहड़ी और मकर संक्रांति के पर्व पर बारिश की संभावना मौसम विशेषज्ञों द्वारा जाहिर की गई थी, लेकिन बूंदाबांदी का प्रकोप देखने को नहीं मिला। अभी अगले तीन दिन सर्दी से राहत नहीं मिलेगी।
घने कोहरे के साथ-साथ शीतलहर का प्रकोप रहेगा। पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखाई पड़ रहा है। बर्फबारी होने के कारण शीतलहर का प्रकोप लगातार बना हुआ है। हांड़कंपकंपाने वाली सर्दी ने लोगों को परेशान कर दिया है। जिसके चलते लोग बीमारी का शिकार हो रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि अभी तीन दिन कोहरे और पाले का असर रहेगा।
क्योंकि शीतलहर का प्रकोप अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। तीन दिन से सर्दी का अहसास बना रहेगा। कृषि विवि के मौसम विशेषज्ञ डा. यूपी शाही का कहना है कि अभी तीन दिन सर्दी का अहसास रहेगा। राजकीय मौसम वैधशाला पर शनिवार को 13.3 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्र्रता 90 एवं न्यूनतम आर्द्रता 84 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा सुबह और शाम चार किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आंका गया।
गंगानगर रहा सबसे अधिक प्रदूषित: प्रदूषण का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। मेरठ में प्रदूषण ने शनिवार को रेड कॉर्नर को भी पार कर दिया है। प्रदूषण के बढ़ने से लोगों को परेशानी हो रही है। जिससे लोगों को अब सांस लेने में भी दिक्कते महसूस होने लगी है। अस्थमा के मरीज परेशान ही रहे। मेरठ क ा गंगानगर सबसे अधिक प्रदूषित रहा। 402 यहां का प्रदूषण दर्ज किया गया। जिसके चलते लोेगों को परेशानी से जूझना पड़ा। इसके बाद जयभीमनगर में भी अच्छा खासा प्रदूषण का स्तर रहा। अगर यही हालात रहे तो आने वाले दिनों में भी ओर परेशानी बढ़ेगी। इन शहरों का प्रदूषण: मेरठ में 343, बागपत में 260, गाजियाबाद में 272, मुजफ्फरनगर में 305 आदि रहा। जबकि मेरठ के इन स्थानों पर प्रदूषण गंगानगर में 402, पल्लवपुरम में 263, जयभीमनगर में 363 आदि दर्ज किया गया।