लखनऊ: पिछले साल होली के त्योहार पर लापता हुए वर्षीय युवक का कंकाल बरामद होने से हड़कंप मच गया. युवक के परिजनों ने कपड़ों के आधार पर कंकाल की शिनाख्त की. मौके पर सीओ मौदहा सहित पुलिस फोर्स पहुंची. फॉरेंसिक टीम कंकाल और कपड़ों को साथ ले गई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों का पता चल सकेगा. मृतक के पिता ने गांव के ही चार लोगों पर हत्या करने का आरोप लगाया है. हालांकि
बिवांर थानाक्षेत्र के बांधुर खुर्द गांव का अरविंद उर्फ बउआ पुत्र चंद्रपाल उर्फ चंदू अहिरवार पिछले साल होली की दूज के दिन लापता हो गया था. पिता ने छह अप्रैल 23 को थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी. शाम करीब छह बजे के आसपास पिता गांव के ग्यासी के साथ जंगल से लकड़ी लेने जा रहा था. तभी गोशाला के आगे जंगल के रास्ते में बंधी के पास कंकाल व कपड़े दिखाई दिए. कपड़े होली के रंगों से सराबोर थे. कपड़े देखकर पिता ने कंकाल की शिनाख्त अपने गुमशुदा पुत्र अरविंद के रूप में की. पिता ने फोन से तुरंत पुलिस को सूचना दी. मौके पर थाना की पुलिस व सीओ मौदहा श्रेयस त्रिपाठी पहुंचे. कपड़ों की तलाशी पर जेब से तीन रंग की पुड़िया, दो पान मसाला की पुड़िया मिली हैं. अरविंद के घर खबर पहुंचने पर कोहराम मच गया.
पुस्तक मेला में लेखकों ने कई मुद्दों पर की चर्चा: बुन्देलखंड विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय पुस्तक मेला में अखिल भारतीय लेखक शिविर लगा. इसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई. यहीं लोकभूषण पन्ना लाल असर ने कहा कि कविता भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे अच्छा माध्यम है. डॉ. महेंद्र जैन ने कहा कि बुंदेली साहित्य और काव्य का इतिहास बहुत समृद्ध है.