Allahbad नैनी में फैक्ट्री लगाने की थी प्लानिंग
फैक्ट्री लगाने की थी प्लानिंग
उत्तरप्रदेश इंजीनियर रिजवान अशरफ पर पाकिस्तानी आतंकी संगठन के साथ मिलकर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने का आरोप है. उसने प्रयागराज में न केवल धर्मगुरु बनकर लोगों को बरगलाया बल्कि कई लोगों को झांसा भी दिया था. अपने एक रिश्तेदार को नैनी में प्लास्टिक की फैक्ट्री लगाने के लिए कहा था. उसके लिए काम भी शुरू हो गया था. इस फैक्ट्री लगाने के पीछे का मकसद भी खुफिया एजेंसियां पता लगा रही हैं.
दिल्ली की स्पेशल सेल ने खुलासा किया था कि रिजवान समेत अन्य पकड़े गए आरोपी इंजीनियरिंग करने के बाद नौकरी की जगह आतंकी संगठनों के साथ जुड़ कर उनके लिए काम कर रहे थे. ये आईईडी बनाने का अभ्यास कर रहे थे. यह भी दावा किया जा रहा था कि रिजवान केमिकल बम बनाने की तैयारी में था. इस बीच नैनी में प्लास्टिक की फैक्ट्री लगाने की बात सामने आने पर दूसरे एंगल से जांच शुरू हो गई. रिजवान से जुड़े हर दोस्त व रिश्तेदार से पूछताछ चली. यह पता लगाया जा रहा था कि उसने किससे क्या-क्या कहा था. इस फैक्ट्री लगाने के पीछे कहीं आतंकी मकसद तो नहीं था? दिल्ली स्पेशल सेल और एनआईए की जांच में मदद के लिए यूपी एटीएस को लगाया गया है. प्रयागराज, लखनऊ और वाराणसी की एटीएस की टीमें संयुक्त रूप से काम कर रही हैं.
फर्नीचर की दुकान पर जीएसटी छापा
शहर के मुट्ठीगंज स्थित बांसमंडी में एक फर्नीचर कारोबारी की दुकान में स्टेट जीएसटी के अधिकारियों ने छापा मारा. तीन घंटे तक चली कार्रवाई में अधिकारियों ने कंप्यूटर और दस्तावेजों को जब्त कर लिया. करीब दस लाख की कर चोरी का अनुमान है.
जिस समय जीएसटी की टीम दुकान में पहुंची खलबली मच गई. जीएसटी टीम ने दुकान में रखे कंप्यूटर व रजिस्टरों की जांच की. जिन कागजातों में कमी पाई गई, उसे टीम ने अपने कब्जे में ले लिया. उच्चाधिकारियों ने बताया कि कागजातों में गड़बड़ी मिली है, जिसकी विस्तृत जांच की जाएगी.