सपाई डॉ. चांद के समर्थन में सोशल मीडिया पर कमेंट की बाढ़ आई
कार्यकर्ताओं ने पूरे घटनाक्रम की कड़ी निंदा की
बस्ती: समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन में पुराने सपाई डॉ. चांद के साथ हुई मारपीट का मामला सोशल मीडिया पर गर्मा रहा है. कुछ कार्यकर्ताओं ने तो यहां तक लिखा है, ‘बरेली में मुसलमानों के लिए मंच तो छोड़िये कार्यक्रम में आगे बैठने को भी जगह नहीं है. सिर्फ उनका इस्तेमाल किया जाता है.’ कार्यकर्ताओं ने पूरे घटनाक्रम की कड़ी निंदा की है.
को पीलीभीत बाईपास स्थित एक बारातघर में कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान महानगर सचिव डॉ. चांद आगे की सीट पर बैठे थे. तभी उन्हें एक दूसरे कार्यकर्ता ने पीछे जाने को कहा, विरोध करने पर वह कार्यकर्ता उनसे उलझ गया. डॉ. चांद का कहना है कि तभी मंच पर बैठे पूर्व सांसद वीरपाल ने कहा कि यह कौन हंगामा कर रहा है, इसे उठाकर बाहर फेंक दो. उसी दौरान भीड़ में किसी ने उन्हें थप्पड़ भी मारे. पूर्व सांसद वीरपाल भले ही पूरे प्रकरण को बेबुनियाद बता रहे हों लेकिन वायरल वीडियो और सोशल मीडिया पर हो रही कमेंटबाजी किसी से छिपी नहीं है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी की गई है. पार्टी प्रदेश सचिव मो. कलीमुद्दीन का कहना है कि को जो कुछ भी हुआ हम उसकी कड़ी निंदा करते हैं. पार्टी के नेता और कार्यकर्ता डॉ. चांद के साथ खड़े हैं.
ब्याज सहित सर्किल रेट की मांग: बड़ा बाईपास के प्रभावित किसानों के मुआवजा विवाद का हल निकालने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में मीटिंग हुई. किसानों ने एनएचएआई अधिकारियों को 2013-14 के सर्किल रेट का ब्याज सहित भुगतान कराने का प्रस्ताव दिया, जबकि एनएचएआई अधिकारियों ने अवार्ड की रकम का ब्याज सहित भुगतान कराने की बात कही.
एनएचएआई के अधिकारी और किसानों के बीच करीब एक घंटे मैराथन मीटिंग चली. किसानों ने 2013-14 के सर्किल रेट और ब्याज देने का प्रस्ताव स्वीकार करने पर कोर्ट से केस वापस लेने की बात दोहराई. एनएचएआई के अधिकारियों ने अवार्ड कैंसिल करने से हाथ खड़े कर दिए. कोर्ट के आदेश पर ही अवार्ड को निरस्त करने की जानकारी दी. मीटिंग के दौरान किसानों के मतभेद सामने आ गए. कुछ किसान अवार्ड की रकम को ब्याज सहित लेने को तैयार हैं. मीटिंग में एनएचएआई के प्रस्ताव पर सहमत हो गए. कुछ किसानों ने अपने साथियों का विरोध कर दिया. हालांकि मीटिंग बेनतीजा रही.
इस मौके पर एनएचएआई के पीडी अनुज जैन, मैनेजर रोहित सिंह, एसएलएओ अशीष कुमार और किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे.