थाने के सामने पुलिस की जीप में लगाई थी आग, अब उठाया गया ये कदम
मास्टर की तलाश है लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्टूबर को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. लखीमपुर खीरी में चार किसानों को वाहन से रौंदे जाने की घटना हुई थी. लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के खिलाफ पूरे प्रदेश में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे.
लखीमपुर खीरी कांड के खिलाफ लखनऊ में भी प्रदर्शन हुए थे. लखनऊ के गौतमपल्ली थाने के सामने प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल काटा था. प्रदर्शनकारियों ने गौतमपल्ली थाने के सामने एक जीप को भी आग लगा दी थी. थाने के सामने जीप धूं-धूं कर जल उठी थी. अब इस घटना को लेकर पुलिस ने सख्त रुख अपना लिया है.
लखनऊ पुलिस ने इस मामले में वांछित आरोपी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. लखनऊ पुलिस ने गौतमपल्ली थाने के सामने जीप जलाए जाने की घटना में आरोपी अनिल यादव उर्फ मास्टर के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. लखनऊ पुलिस को अनिल यादव उर्फ मास्टर की तलाश है लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
अब लखनऊ पुलिस ने अनिल यादव पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है. गौतमपल्ली थाने के सामने आगजनी के मामले में अनिल यादव उर्फ मास्टर के खिलाफ पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान लखनऊ में प्रदर्शनकारियों ने एक जीप फूंक दी थी.
बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मोनू मुख्य आरोपी हैं. आशीष मिश्रा मोनू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. हिंसा की घटना में चार किसानों के साथ ही एक पत्रकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तीन कार्यकर्ताओं की भी मौत हो गई थी. लखीमपुर पुलिस ने अब बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत के मामले में भी कार्रवाई शुरू कर दी है.