जनता से रिश्ता वेबडेस्क : आधार कार्ड की तर्ज पर दिव्यांगजनों के विशिष्ट पहचान पत्र (यूडीआईडी) बनाने का काम लगभग ठप सा है। यहां 5297 आवेदन लंबित हैं। इनमें से चार आवेदन तो तीन साल पहले हुए हैं लेकिन आज तक उनके यूडीआईडी कार्ड नहीं बन पाए हैं। दिव्यांग कार्ड बनाने की पेंडिंग में कानपुर 52 वें स्थान पर है।
जिले में लंबित 5297 में इस वर्ष के 1853 आवेदन हैं। जबकि पिछले वर्ष के 2656 आवेदक आज भी इस कार्ड के लिए इंतजार कर रहे हैं। वहीं, 2020 में जिन 784 आवेदकों ने ऑनलााइन आवेदन किया है। उनको भी अब तक यह कार्ड बन कर नहीं मिल पाया है। जबकि 2019 के लंबित आवेदकों की संख्या चार है।घाटमपुर के निबियाखेड़ा निवासी 36 वर्षीय स्नेहलता लोको मोटर डिसेबिलिटी यानि पैरों में दिव्यांगता के दंश से जूझ रही हैं। उन्होंने अपना यूडीआईडी कार्ड बनवाने को 2019 में 17 जुलाई को आवेदन किया था। वहीं, स्योंढ़ी पतरसा निवासी सर्वेश कुमार ने अपनी नौ साल की पुत्री अनुष्का का यूडीआईडी कार्ड बनवाने को अक्तूबर 2019 में ऑनलाइन आवेदन किया था।वह भी चलने फिरने में असमर्थ हैं।
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