बस्ती न्यूज़: मृतप्राय होकर नाले में बदल चुकी मनोरमा नदी को नया जीवन देने का काम से शुरू हो गया. जिले की 94 ग्राम पंचायतों से गुजरने वाली 115 किमी लम्बी यह नदी गोंडा होते हुए संतकबीरनगर तक जाती है. अब नदी की सिल्ट सफाई, चैकडेम, किनारे पर अमृत सरोवर के निर्माण के साथ गहरीकरण और चौड़ीकरण किया जाएगा. जीर्णोद्धार का कार्य मनरेगा के बजट के तहत किया जा रहा है.
इसकी शुरुआत विश्व जल संरक्षण दिवस 22 मार्च को डीएम प्रियंका निरंजन ने मनोरमा नदी में फावड़ा चलाकर किया था. डीएम ने बताया कि अगले सौ दिन के अन्दर किनारों का सौन्दर्यीकरण कर लिया जाएगा. कहा कि नदी देखरेख के अभाव में कई जगह पर समतल हो गई है, तो कहीं-कहीं नाले का रूप ले चुकी है. नया जीवन देने के लिए ही व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है. बताया कि मनोरमा के जीर्णोद्धार का जिम्मा डीसी मनरेगा संजय शर्मा व संबंधित ब्लॉकों के बीडीओ को दिया गया है.
प्रथम चरण में नदी के दोनों किनारों पर 500-500 मीटर तक काम शुरू हो चुका है. जिसमें नदी के गहरीकरण-चौड़ीकरण, दोनों ओर की मेड़बंदी कराई जा रही है.