बरेली न्यूज़: मेयर डॉ. उमेश गौतम पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली महिला ने अपने बयान वापस ले लिए हैं. कोतवाली पहुंची महिला ने कहा कि उसने लोगों के बहकावे में आकर आरोप लगा दिया था, मेयर और उनके ड्राइवर निर्दोष हैं.
सिविल लाइंस निवासी महिला ने सात दिसंबर 2022 को कोतवाली में कार सवार अज्ञात लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में 16 दिसंबर 2022 को महिला के कोर्ट में बयान दर्ज हुए, जिसमें उसने डॉ. उमेश गौतम पर गैंगरेप का आरोप लगाया था. इसके बाद बीते 20 जनवरी को वह महिला एसएसपी ऑफिस पहुंची और कहा कि छह दिसंबर की शाम करीब छह बजे वह रामपुर बाग में एक डॉक्टर के यहां दवा लेने जा रही थी, तभी डॉ. उमेश गौतम, उनके ड्राइवर प्रमोद कुमार व दो अन्य ने उसे कार में खींच लिया और नशे की गोली खिलाकर बेहोश कर दिया. इसके बाद कार की पीछे वाली सीट पर डॉ. उमेश व दो अन्य आरोपियों ने गैंगरेप किया. उस समय डॉ. उमेश गौतम का ड्राइवर प्रमोद कुमार गाड़ी चला रहा था. महिला का आरोप था कि कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज होने के बावजूद पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है.
164 का बयान भी दिया था
दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला अचानक कोतवाली पहुंच गई. वहां मौजूद मीडियाकर्मियों को उसने बताया कि विरोधी पार्टी के लोगों के बहकावे में आकर डॉ. उमेश गौतम और उनके ड्राइवर प्रमोद का नाम कोर्ट में 164 के बयान में दर्ज कराया था. इस वजह से उसे आत्मग्लानि हो रही है और अब वह उन लोगों पर कार्रवाई नहीं कराना चाहती है. महिला ने इसके पीछे किसी तरह का दबाव होने से भी इनकार किया. उसने सीओ प्रथम श्वेता यादव को शपथपत्र देने की बात कही.
शपथपत्र को विवेचना में शामिल किया जाएगा. जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उस आधार पर विधिक राय लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
-अखिलेश चौरसिया, डीआईजी/एसएसपी