संगमनगरी में गंगा-यमुना का जलस्तर खतरे के निशान में आसपास के इलाके भी डूबे

खतरे के निशान में आसपास के इलाके भी डूबे

Update: 2022-08-20 10:17 GMT

प्रयागराज. पहाड़ी राज्यों में लगातार हो रही बारिश और दिल्ली में यमुना का पानी छोड़ने के बाद संगमनगरी में गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ गया है. नदियों में पानी बढ़ने से आसपास के इलाके जलमग्न हो गए हैं. सड़कों भी तलाब की तरह नजर आ रही हैँ. पानी बढ़ने के बाद संगम तट पर फिलहाल लोगों के नहाने पर पाबंदी लगा दी है. यहां आने वाले श्रद्धालुओं बिना डुबकी लगाए ही लौट रहे हैं.

जानकारी के अनुसार यमुना नदी का जलस्तर 82.39 मीटर तक बढ़ गया है. बीते 24 घंटे में गंगा नदी फाफामऊ में 51 सेंटीमीटर और छतनाग में 58 सेंटीमीटर पानी बढ़ने से खतरा बढ़ता जा रहा है. जबकि नैनी में यमुना नदी का जलस्तर भी 43 सेंटीमीटर 24 घंटे में बढ़ा है. गंगा नदी में 2.4 सेंटीमीटर और यमुना में 1.8 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है. दोनों नदियां खतरे के निशान को छूती हुई बह रही हैँ. मगर जिस रफ्तार से जल स्तर बढ़ रहा है, उससे अंदेशा है कि रविवार को नदियां खतरे के निशान को क्रॉस कर जाएंगी. अभी रिहायशी इलाकों में पानी घुसने लगा है. प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का डेंजर लेवल 84.734 मीटर है.

प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता
बाढ़ के खतरे को भांपते हुए प्रयागराज प्रशासन ने कमर कस ली है, संगम क्षेत्र में एसडीआरएफ और जल पुलिस की गई तैनात, घटियों, दुकानदारों नाविकों.और तीर्थ पुरोहितों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अनुमान जताया है कि यूपी में आने वाले कुछ दिनों में भारी बारिश और आंधी या बिजली गिरने की संभावना है.


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