उत्तरप्रदेश Uttar Pradesh: प्रयागराज के कई इलाकों में भेड़ियों का खतरा मंडरा रहा है। कैमरे और संभल के बाद अब बहादुरपुर विकास खंड के ककरा-कोटवा खार में किसानों को कथित भेड़ियों का डर सता रहा है। किसानों का दावा है कि बाढ़ के बाद जंगल में दो भेड़ें देखी गईं। हालाँकि किसी ने भी हमला नहीं किया है। सूचना वन विभाग पर भी लागू है। रेंजर फूलपुर अशोक ने बताया कि ऑपरेशन ऑपरेशन कैसे किया गया था। वन विभाग का कहना है कि आदिवासियों के निशान की कोशिश की जा रही है ताकि जानवरों की जानकारी हासिल की जा सके।
बहादुरपुर विकास Bahadurpur Development खंड के ककरा, कोटवा, लीलापुर, तिवारीपुर, नीबी और छिबैया क्षेत्र के सामने गंगा की दो धाराओं के बीच हजारों ओक क्षेत्र का जंगल है। यहां किसान बड़े पैमाने पर खेती करते हैं। कोटवा निवासी किसान अशोक भारतीय ने बताया कि बाढ़ के बाद खाचर में दो भेड़ें कई बार दिखाई देती हैं। बाढ़ की वजह से सभी किसान अपने परिवार के साथ जंगल से गांव छुड़ा गए थे। अब जबकि बाढ़ का पानी चुका दिया गया है, किसान खेती के लिए फिर से तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में अब उनकी संपत्ति की स्थिति है। वहीं, किसान मोनू सिंह ने बताया कि भेड़िये को कई बार खार में देखा गया है।
बता दें कि कई जगहों पर भेड़ियों का आतंक terror of wolves मचा हुआ है। इतना ही नहीं एशियाइयों ने भी कई लोगों पर हमला किया है। ऐसे में लोगों को जंगली जानवरों का खतरा है। बच्चों को घर से बाहर अकेले नहीं निकाला जा रहा है। गांव वालों में लाइसेंस में जाने के लिए लाठी-डंडे लेकर जाना शुरू कर दिया है। वन विभाग का कहना है कि जानवरों की जानकारी को दूर कर उन्हें पकड़ने की तैयारी की जाएगी।