जीएसटी विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा की टीम ने दुकान की जीएसटी पकड़ी
जांच के बाद प्रथम दृष्टया कारोबारी से मौके पर 15 लाख रुपये जमा कराए गए
बरेली: जीएसटी विभाग की विशेष अनुसंधान शाखा की टीम ने प्रेमनगर स्थित एक इलेक्ट्रिकल सामान की दुकान पर छापा मारकर कर चोरी पकड़ी. दस्तावेजों की छानबीन में पता चला कि कारोबारी बोगस फर्म के नाम पर फर्जी बिल जारी कर रहा था. जांच के बाद प्रथम दृष्टया कारोबारी से मौके पर 15 लाख रुपये जमा कराए गए. जीएसटी अधिकारी स्टॉक और दस्तावेजों का मिलानकर टैक्स चोरी का आंकलन कर रहे हैं.
डिप्टी कमिश्नर अनिरुद्ध सिंह ने बताया जीएसटी रिटर्न की ऑनलाइन स्क्रूटनी और मुखबिरों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर पता चला कि प्रेमनगर स्थित अशोक इलेक्ट्रिकल्स एवं होम डेकोर के यहां से उम्मीद से काफी कम जीएसटी मिल रही है. इसके बाद उन्होंने असिस्टेंट कमिश्नर, वेद प्रकाश शुक्ला, विकास मिश्रा, पवन कुमार और सीटीओ इंद्रजीत व प्रवीण की एक टीम बनाई. विशेष अनुसंधान शाखा (एसआईटी) की इस टीम दुकान पर सर्वे करने पहुंची. डाटा विश्लेषण और दस्तावेजों की जांच में यह बात सामने आई कि व्यापारी की ओर से हर साल 15 करोड़ से अधिक का व्यापार किया जा रहा है लेकिन उसके सापेक्ष जीएसटी का भुगतान नहीं किया जा रहा. छानबीन के दौरान यह पता चला कि व्यापारी ने बोगस फर्म बनाकर फर्जी बिल से खरीद-फरोख्त की है. जांच में पाए गए तथ्यों के आधार पर व्यापारी ने अपनी भूल स्वीकार करते हुए मौके पर 15 लाख रुपये जमा कराए.
महिला को दबंग ने पीटा, भेजा जेल
जंगल में पशु चरा रही महिला को दबंग ने लाठी से पीटा. महिला को गिराकर दबंग उसके ऊपर बैठ गया. पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर उसे तमंचा सहित पकड़ कर जेल भेजा.
फतेहगंज पश्चिमी के गांव की मीना शाम जंगल में पशु चरा रही थी. गांव के दबंग प्रेमपाल ने शाम 5.00 बजे मीना को गाली दी तो विरोध उसने लाठी से पीटा. इसके बाद उसने मीना को जमीन पर गिरा दिया. आरोपी उसके ऊपर बैठ गया. किसी ने महिला को पीटने की वीडियो बना ली. महिला की तहरीर पर पुलिस ने प्रेमपाल निवासी सतुईयापट्टी के खिलाफ एनसीआर दर्ज कर छेड़छाड़ की धारा भी बढ़ाई.