केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों की टीम ने छाती के आरपार हो चुकी सरिया को बाहर निकला
ऐसे केस में 99 मरीजों की मौत हो जाती है.
लखनऊ: केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के डॉक्टरों की टीम ने सुलतानपुर के दुर्गापुर के मरीज मुन्नेलाल (54) के दिल को आरपार भेद चुकी 75 सेमी. सरिया घंटे के जटिल ऑपरेशन से निकाल दी. डॉक्टरों का दावा है कि ऐसी सर्जरी दुनिया में पहली बार हुई है. ऐसे केस में 99 मरीजों की मौत हो जाती है.
सुलतानपुर निवासी ई रिक्शा चालक मुन्नेलाल के घर की निर्माणाधीन त 27 मार्च सुबह ढह गई. इस दौरान मुन्नेलाल की छाती के दाएं हिस्से से पीछे से 75 सेमी. की सरिया आरपार हो गई. परिजन ई-रिक्शा से ही मुन्नेलाल को 22 किमी. जिला अस्पताल सुलतानपुर ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे तुरंत सरकारी एंबुलेंस से केजीएमयू ट्रॉमा रेफर कर दिया. लहूलुहान हालत में मुन्नेलाल को लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे.
दिल के दो चैंबर हो गए थे क्षतिग्रस्त ट्रॉमा के इंचार्ज डॉ. संदीप तिवारी, वरिष्ठ सर्जन डॉ. समीर मिश्रा ने तुरंत इलाज शुरू कर पहले छाती में घुसी सरिया 30 सेमी. तक काटी. बाकी 45 सेमी. धंसी रही. जांच में पता चला कि सरिया धंसने से दिल के दो चैंबर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. डॉ. समीर मिश्रा ने बताया कि एनेस्थीसिया, कॉर्डियक, ट्रॉमा सर्जरी के डॉक्टरों की टीम ने मरीज की लगातार घंटे सर्जरी की. ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन की प्रमुख डॉ. तूलिका चंद्रा के सहयोग से तुरंत मरीज के लिए यूनिट खून बिना डोनर दिया गया. सर्जरी के दौरान करीब ह यूनिट खून लगा. मरीज तीन दिन तक वेंटीलेटर और नौ दिन आईसीयू में रहा. अब वह पूरी तरह स्वस्थ है.दिल पहले की तरह काम कर रहा है. जल्द छुट्टी मिल जाएगी.