नहीं थम रहा पुलिस पर आरोपों का सिलसिला, 10 माह से लगातार सवालों के घेरे में है खाकी

Update: 2022-11-10 08:50 GMT

मेरठ न्यूज़: खाकी लगातार दागदार हो रही है। पुलिस पर रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार और कस्टडी में थर्ड डिग्री जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं। पिछले 10 माह से खाकी लगातार सवालों के घेरे में है। लोगों द्वारा लिसाड़ी गेट थाने के कई दारोगाओं पर गंभीर आरोप लगाये गये। जिन पर जांच उपरांत गंभीर आरोप लगने के कारण निलंबन और मुकदमा दर्ज जैसी कार्रवाई भी की गई, लेकिन खाकी पर लगने वाला यह गंभीर आरोपों का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में कई ऐसे मामले प्रकाश में आये हैं। जिनमें पुलिस पर लोगों ने गंभीर आरोप लगाये। लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की है।

केस-1: लिसाड़ी गेट को ही ले तो इसमें थाना पुलिस के दो दारोगाओं ने एक ठेकेदार सहित दो अन्य पर शबाना नाम की महिला से मिलकर दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए पीड़ित पक्ष ने एसएसपी स्तर से लेकर आयोगों तक का दरवाजा खटखटाया। पीड़ित पक्ष दिलदार और गुलफाम व माया प्रकाश का कहना है कि लिसाड़ी गेट पुलिस ने उन पर झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया।

केस-2: देहरादून से किशोरी को अगवाकर मेरठ के सिविल लाइन क्षेत्र मानसरोवर में रखा गया। किशोरी की बड़ी बहन देहरादून से मेरठ पहुंची और छोटी बहन को यहां से पुलिस की मदद से बरामद कर लिया, लेकिन थाने के एक सिपाही सुमित जावला ने किशोरी की सुपुर्दगी के लिए बड़ी बहन से 20 हजार रुपये मांगे। रुपये न देने पर महिला को धमकाकर थाने से भगा दिया गया।

केस-3: ब्रह्मपुरी पुलिस ने अपनी पीठ थपथपाने के लिए माधवपुरम स्थित एक कमरे में तमंचा बनाने की फैक्ट्री बनाने का खुलासा कर वाहवाही लूटी, लेकिन अगले दिन पुलिस के खुलासे पर सवाल उठाते हुए एसएसपी आॅफिस पर कहा कि उनके बेटे को फर्जी तरीके से फंसा दिया।

केस-4: दौराला थाना क्षेत्र के गांव मटौर निवासी एक व्यक्ति को जुआ खेलने के आरोप में बंद कर दिया। उसे थाना पुलिस ने इतनी थर्ड डिग्री दी कि उसने अगले दिन अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस पर परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया था। पुलिस ने बाद में परिवार वालों को छह लाख रुपये देकर उनका मुंह बंद कर दिया।

केस-5: सीओ कोतवाली पर भी थाना क्षेत्र के लोगों ने गंभीर आरोप लगाते हुए एसएसपी से शिकायत की थी। जिसमें कई मामलों में जांच विचाराधीन है।

केस-6: टीपीनगर थाना क्षेत्र मंडी में पुलिस ने फर्जी तरीके से दो व्यापारियों पर गांजा लगाकर जेल भेज दिया। जबकि दोनों व्यापारी पूरी तरह निर्दोष थे। व्यापारियों ने टीपी नगर थाना प्रभारी संतशरण के खिलाफ एसएसपी पर प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की थी।

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