हरदोई। गंदगी में पड़ी ठंडक में ठिठुर रही बच्ची के रोने की आवाज़ सुन कर एक महिला की इंसानियत जाग गई। लोगों की इकट्ठा हुई भीड़ के बीच से निकली रोशन जहां ने कूड़े के ढेर में पड़ी उस बच्ची को उठा कर अपने आंचल में छिपा लिया और साफ-सफाई करते हुए पालने-पोसने की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर ले ली। गंदगी के ढेर पर पड़ी मासूम बच्ची अब रोशन जहां के आंगन की रोशनी बन गई।
बताया गया है कि गोपामऊ के मोहल्ला बंजारा में बजरिया वाली चक्की के बगल में पड़ी गंदगी के ढेर पर नवजात बच्ची पड़ी हुई थी। वहां बकरी खोलने पहुंचें एक लड़के ने उसके रोने की आवाज़ सुनी। पास जाने पर देखा तो उसकी आंखें खुली की खुली रह गईं। उसने अपने घर वालों को इस बारे में बताया। इसी बीच वहीं के ज़हीर की पत्नी रोशन जहां ने इस बारे में सुना तो वह खुद को रोक नहीं सकी और वहां लगी भीड़ को चीरती हुई उस बच्ची के पास पहुंची और गंदगी के ढेर से उसे उठा कर अपने आंचल में छिपा लिया। रोशन ने बच्ची को साफ-सुथरा किया और अपने ऊपर उसके पालने-पोसने का ज़िम्मा लिया है।
इस बीच वहां पहुंची पहुंची पुलिस ने उस बच्ची को रोशन जहां की सुपुर्दगी में दे दी। चेयरमैन प्रतिनिधि नौशाद नदवी ने बच्ची को कपड़े और ज़रूरी सामान दिया। सीएचसी अधीक्षक डा.राजीव रंजन ने कहा है कि अगर नवजात बच्ची को कोई कोई भी दिक्कत होती है तो उसे तुरंत सीएचसी पर लाए,ताकि उसका सही इलाज हो सके। उन्होंने सभी टीके लगवाने और बेहतर इलाज करने की बात कही है।