जनता से रिश्ता वेबडेस्क : बिकरू कांड जैसी घटना को रोकने के लिए आखिरकार दो साल बाद जिले के 40 हजार असलहों की जांच शुरू हो गई है। मजिस्ट्रेट व पुलिस अफसर संयुक्त रूप से पुलिस लाइन व यातायात पुलिस लाइन में असलहों का सत्यापन करेंगे। 29 अगस्त तक असलहों के सत्यापन की प्रक्रिया चलेगी। शासनादेश के बावजूद जिले में असलहों का सत्यापन नहीं किया गया। इसलिए बिकरू कांड जैसी घटना हो गई। एसआईटी ने माना कि अगर असलहों की जांच हुई होती तो बिकरू कांड जैसी घटना न होती। एसआईटी व शासनादेश पर पुलिस व प्रशासन ने असलहों का सत्यापन शुरू कर दिया है। इसमें अलग-अलग तारीखों में सात एसीएम और चार तहसीलों के एसडीएम न्यायिक को लगाया गया है।अलग-अलग तारीखों में सभी पुलिस लाइन में मुस्तैद रहेंगे। इनके साथ एसीपी स्वरूप नगर को लगाया गया है। एसीपी के नेतृत्व में चार पुलिस अफसरों की कमेटी भी जांच में लगाई गई है।