लखनऊः कंपनी बनाकर लोगों को झांसा देकर अरबों का चूना लगाने वाले गिरोह की महिला सदस्य एसटीएफ ने शनिवार को लखनऊ के मानकनगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया। इस महिला की गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित था। आरोपी महिला नीलम वर्मा और उसके अन्य साथियों के खिलाफ पूर्व में दर्जनों मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। चार सालों से फरार चल रही इस महिला पर ही 23 एफआईआर दर्ज हैं।
एसटीएफ के अनुसार इस गिरोह का जाल दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में फैला हुआ है। यह गिरोह मल्टीलेवल मार्केटिंग के माध्यम से जनता से अरबों रूपये की ठगी कर रहा था। एसटीएफ अफसरों के अनुसार पूछताछ मे गिरफ्तार अभियुक्ता नीलम वर्मा ने बताया कि अभय कुशवाहा ने वर्ष 2013 में रियल स्टेट की इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लि. कम्पनी बनाई थी। इस कम्पनी मे सस्ते प्लाट देने के नाम पर किस्त के रूप मे रूपया जमा किया जाता था। इस कम्पनी के डायरेक्टर अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान थे जिसमें वह डायरेक्टर थी। इसके बाद उन लोगों ने वर्ष 2017 में ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लि. नाम की कम्पनी बनाई इस कम्पनी में वह, अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान डायरेक्टर थे।
ठगी का शिकार एक पीडित ने थाना विभूतिखण्ड में मुकदमा पंजीकृत करा दिया। अभय कुशवाहा को मार्च 2019 में । विभूतिखण्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वर्ष 2019 से अब तक कम्पनी व गिरोह के लोगों पर सैकड़ों मुकदमे पंजीकृत हो गए। तब से वह फरार थी। कम्पनी के आफिस लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा (उ.प्र.), मुजफ्फरपुर (बिहार), मोहाली, पठानकोट, जीरकपुर (पंजाब), आदि जगह पर थे।