मेरठ न्यूज़: प्रशासन ने शहर के बीच में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रबुद्ध सम्मेलन का कार्यक्रम रखा था, लेकिन ट्रैफिक व्यवस्था धड़ाम हो जाएगी, शायद इसका अंदाजा नहीं लगाया गया था। शहर की जनता पूरा दिन ट्रैफिक जाम की समस्या को झेलती रही। ट्रैफिक पुलिस कर्मी पर्याप्त नहीं थे, उस हिसाब से ट्रैफिक संभाला जाना चाहिए था, जो नहीं संभाला गया। विक्टोरिया पार्क में ही जनता ट्रैक्टर और बसों को लेकर पहुंच गई। ये बसों की भीड़ और ट्रैक्टरों के आने से शहर जाम हो गया। कार्यक्रम शहर के बीच में होने की वजह से जाम की समस्या बन गई। क्योंकि सड़कों की क्षमता तो उतनी ही है, लेकिन इन सड़कों पर वाहनों की भीड़ बढ़ने से जाम हो गया। जिधर देखों, उधर जाम की समस्या बनी हुई थी। जिन लोगों का प्रबुद्ध सम्मेलन से कोई लेना-देना नहीं था, वो पूरा दिन जाम की समस्या से जूझते रहे। जाम कचहरी रोड से आरजी कॉलेज तक लगा हुआ था। कचहरी से मेघदूत सिनेमा वाली रोड पर पूरी जाम थी।
मवाना रोड और माल रोड भी जाम थी। माल रोड तो वीवीआईपी रोड हैं, मगर यहां भी ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए ज्यादा ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए थी, जो नहीं लगाई गयी। जनता जाम से जूझती रही। एक तरह से व्यवस्थाएं धड़ाम हो गई। जेल चुंगी रोड पर भी जाम लगा था।
यूनिवर्सिटी रोड पर जाम था। सबसे बड़ी समस्या जाम की जनता के सामने बनी हुई थी। प्रबुद्ध सम्मेलन चालू होने से पहले और खत्म होने तक जनता जाम से जूझती रही। शाम 4 बजे सम्मेलन खत्म हुआ, लेकिन शहर में जाम 6 बजे तक चलता रहा।