शासन का फरमान ही बन रहा टीकाकरण अभियान में रोड़ा, मस्जिदों में ऐलान पर पाबंदी से परेशानी

Update: 2023-01-10 09:33 GMT

मेरठ: पूरे प्रदेश में कोविड टीकाकरण के चलते बुरी तरह प्रभावित हुए बच्चों के नियमित टीकाकरण के लिए सोमवार से विशेष अभियान शुरू हुआ। नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कंकरखेड़ा पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम की देखरेख में विशेष टीकाकरण अभियान तो शुुरु हो गया लेकिन शासन का एक फरमान कार्यक्रम की सफलता में ही रोड़ा बनता दिख रहा है।

दरअसल, कोविड टीकाकरण के चलते पिछले काफी समय से शून्य से पांच साल तक के बच्चों का टीकाकरण सुचारु रुप से नहीं हो पा रहा था। इसके साथ साथ गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण भी प्रभावित हो रहा था। इसको मद्देनजर रखते हुए शासन ने जनवरी, फरवरी व मार्च में विशेष टीकाकरण अभियान के तीन पखवाड़े चलाने के निर्देश दिए थे। पहला पखवाड़ा सोमवार से शुरू हो गया जबकि दूसरा पखवाड़ा 13 फरवरी व तीसरा पखवाड़ा 13 मार्च से प्रस्तावित है। टीकाकरण में छूटे बच्चों एवं विरोधी परिवारों को समझाने के लिए अक्सर अंडर सर्वड स्ट्रेटजी के माध्यम से मस्जिदों से ऐलान के साथ साथ मदरसों, दरगाहों, जलसों एवं उलेमाओं का सहयोग लिया जाता है।

मस्जिदों एवं मन्दिरों से बाकायदा ऐलान कराकर विरोधी परिवारों को एक सकारात्मक संदेश भेजने की कोशिश की जाती है लेकिन सूत्रों के अनुसार इस बार ग्रामीण क्षेत्रों की कई मस्जिदों से ऐलान के लिए यह कहकर मना कर दिया गया कि सरकार ने ही ऐलान पर पाबंदी लगा रखी है। ऐसे में सरकार के इस फरमान से स्वास्थ्य विभाग से लेकर टीकाकरण कार्य में लगी विभिन्न एजेंसियां भी पसोपेश में पड़ गई हैं। उधर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. प्रवीण गौतम के अनुसार जिले भर में टीकाकरण के कुल 927 सत्रों का आयोजन किया जाएगा जिसके माध्यम से 49 हजार 296 छूटे हुए बच्चों एवं लक्षित गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा नौ माह से पांच वर्ष तक के 4 लाख 17 हजार 576 बच्चों को विटामिन ए की खुराक भी पिलाई जाएगी।

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