कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित भविष्य निधि मुख्यालय के कर्मचारियों को लगता है किसी का डर नहीं है. यही वजह है कि 12 अप्रैल को सीबीआई और विजलेंस की रेड के बाद भी वह धड़ल्ले से रिश्वत ले रहे थे. सोमवार को सीबीआई टीम ने फिर से रेड मारी और प्रवर्तन अधिकारी अमित श्रीवास्तव को 3 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
दरअसल, कानपुर ईपीएफ ऑफिस में सीबीआई की गिरफ्त में ये अधिकारी अमित श्रीवास्तव है. ये विभाग में प्रवर्तन अधिकारी है. चौबेपुर के सिद्धार्थ इंटरनेशनल स्कूल के मालिक जयपाल सिंह का आरोप है कि अमित श्रीवास्तव ने पीएफ जांच के नाम पर चार लाख की घूस मांगी थी, मैंने इसकी शिकायत सीबीआई से की थी.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक जयपाल सिंह ने बताया कि मेरी शिकायत पर पर सीबीआई ने पूरा जाल बिछाया, सोमवार को जयपाल सिंह जब तीन लाख की घूस अमित श्रीवास्तव देने लगे, उसी समय सीबीआई टीम ने अमित को रंगे हाथों रुपयों के साथ पकड़ लिया. जयपाल सिंह के मुताबिक, अमित ने सभी नोट पांच-पांच सौ के मांगे थे.
गौरतलब है कि भविष्य निधि मुख्यालय में प्राइवेट संस्थानों के पीएफ फंड और कर्मचारियों की पेंशन सम्बन्धी सभी काम होते हैं, लेकिन सीबीआई को यहां रिश्वतखोरी की कई शिकायतें मिल रही थी, इसीलिए 12 अप्रैल को सीबीआई ने विभाग की विजलेंस टीम के साथ यहां छापा मारा था. इसके बाद भी ईपीएफओ के अफसर नहीं सुधरे और रिश्वत ले रहे थे.
सोमवार को सीबीआई टीम के एसपी हेमंत तिवारी के साथ कई बड़े अधिकारी कार्यवाही को पहुंचे थे. इस दौरान सीबीआई अपने साथ नोट गिनने की मशीन भी लाई थी. सीबीआई देर रात तक अमित श्रीवास्तव के रूम की छानबीन करती रही.