Lucknow लखनऊ : सड़क दुर्घटनाओं में लखनऊ समेत 11 शहर अभी भी खतरनाक बने हुए हैं। इन शहरों में वाहन चालकों के लिए बड़ी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। हादसे के लिहाज से प्रदेश के शीर्ष बीस जिलों में से 9 में हादसे कम हो गए लेकिन 11 शहरों में हादसे बढ़ना चिंता का विषय बन गया है। हादसे बढ़ने वाले जिलों में लखनऊ भी शामिल है। अब इन शहरों में हादसे रोकने के लिए नए सिरे से रोड सेफ्टी सेल योजना बना रहा है।
परिवहन विभाग के रोड सेफ्टी सेल की ओर से गत जनवरी से दिसंबर 2024 के बीच हुए सड़क हादसों की आकड़ा रिपोर्ट जारी की गई है। ओवर स्पीडिंग ड्राइविंग से हो रहे हादसे को रोकना विभाग के लिए चुनौती बन गई है। इन दो वजहों से लखनऊ, कानपुर समेत 11 शहरों में बढ़ते हादसों को रोकने के लिए सड़क निर्माण एजेंसियों और रोड सेफ्टी सेल के सदस्यों के साथ जल्द बैठक करके कार्ययोजना तय करेंगे।
प्रदेश में गोरखपुर समेत नौ शहरों में वर्ष 2024 में हादसे घटे हैं। इसी क्रम में मथुरा, अलीगढ़, बरेली, में प्रयागराज, फतेहपुर, फिरोजाबाद, मेरठ, गोतमबुद्ध नगर में सड़क दुर्घटनाओं का आकड़ा 2023 के मुकाबले 2024 में कम रहा।
लखनऊ समेत इन शहरों में हादसे बढ़े
लखनऊ में वर्ष 2023 में 1460 हादसे हुए, वहीं 2024 में बढ़कर 1630 हो गए। इस लिहाज से लखनऊ में गत वर्ष की तुलना में 170 सड़क दुर्घटनाएं ज्यादा दर्ज की गई। इसके अलावा कानपुर आगरा, बुलंदशहर, उन्नाव, हरदोई, सीतापुर, गाजियाबाद, जौनपुर, रायबरेली और बाराबंकी में सड़क हादसे बढ़े है।
300 बच्चों को जागरूक कर सड़क सुरक्षा माह का समापन
एक माह तक चलाए गए सड़क सुरक्षा माह के समापन पर शुक्रवार को सीएमएम कानपुर रोड पर समापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 300 बच्चों ने हिस्सा लिया। उन्हें सड़क सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। जागरूकता कार्यक्रम चलाने वालों को पुरस्कार बांटे गए। वहीं स्कूल के स्टाफ को हेलमेट बांटकर जागरूक किया गया। इस दौरान अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) अशोक कुमार सिंह, आरटीओ (प्रशासन) संजय तिवारी, आरटीओ (प्रवर्तन) संदीप कुमार पंकज समेत परिवहन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।