उत्तरप्रदेश न्यूज़: प्रयागराज के पहले पुलिस आयुक्त बने रमित शर्मा के पदभार संभालते ही यहां कोर्ट बैठने लगेगी. प्रशासनिक कार्यवाही शुरू हो जाएगी. हालांकि अभी तक पुलिस आयुक्त प्रयागराज नहीं आए हैं. पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने फोन पर बताया कि वह जल्द ही ज्वाइन करेंगे. शासन का निर्देश ही उनकी प्राथमिकता होगी. उम्मीद जताई जा रही है कि कमिश्नर दो-तीन दिन में आ जाएंगे. वहीं ज्वाइंट सीपी और डीसीपी की तैनाती को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. अभी तक ज्वाइंट सीपी की नियुक्ति नहीं हुई है. प्रयागराज में पहले से तीन जोन हैं. पहला एसपी सिटी, दूसरा एसपी गंगापार और तीसरा एसपी यमुनापार. वर्तमान में तीनों ही पदों पर आईपीएस हैं. गंगापार और यमुनापार के एसपी का प्रमोशन हो चुका है. मुख्यमंत्री के साथ उनके बैच के सभी की बैठक हो चुकी है. अधिकारी भी समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्हें नई तैनाती मिलेगी कि प्रयागराज में ही उन्हें डीसीपी बना दिया जाएगा. शासन की ओर से कोई आदेश न आने पर अभी सिर्फ अटकलें लगाई जा रही हैं. इसके अलावा कई एसीपी की तैनाती होनी है. प्रयागराज में तैनात कई डिप्टी एसपी का समय पूरा हो चुका है.
प्रयागराज में किस अधिकारी का कहां पर कार्यालय बनेगा, कौन कहां पर बैठेगा, इस बात पर भी पुलिस विभाग में दिनभर चर्चा होती रही. कुछ लोगों का कहना था कि एसएसपी कार्यालय को ही पुलिस आयुक्त का कार्यालय बनाया जाएगा जबकि कुछ का तर्क था कि पुलिस मुख्यालय की बिल्डिंग में कार्यालय बन सकता है.
वहीं दूसरी ओर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा की नियुक्ति होने के बाद पुलिस महकमे में खुशी का माहौल है. ईमानदार और सख्त पुलिस अफसर के आने के बाद माफियाओं पर होने वाली कार्रवाई में तेजी आएगी. वहीं कुछ ऐसे भी पुलिसकर्मी थे जो ट्रांसफर होने के बाद भी जिले में तैनात थे. इनमें कुछ ने अपनी रिलीविंग करा ली है. जिले से बाहर जाने वाले पुलिसकर्मी जुगाड़ लगाकर रिलीव होने में लगे हैं.