गाजियाबाद नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा विभाग की पत्रावलियों से जरूरी कागजात किसी भी ठेकेदार अन्यथा संस्था को देने का मामला कई बार अलग-अलग अखबारों में प्रकाशित होता है, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए महापौर सुनीता दयाल ने सख्त रूख अपनाते हुए नगर आयुक्त को निर्देशित किया है कि इस प्रकार की खबर अखबारों में प्रकाशित होती है, ये वह मामले हैं जिनकी जानकारी पत्रकारों को मिल जाती है लेकिन कुछ जानकारियाँ प्राप्त नहीं भी होती होंगी और कोई भी कर्मचारी किसी को भी नगर निगम की पत्रावली से पत्र निकल कर दे देता है, महापौर ने सख्त लहजे में कहा कि यही कारण है कोई भी ठेकेदार एवं संस्था नगर निगम के विरुद्ध न्यायालय में चली जाती है, जितने भी ऐसे खास दस्तावेज किसी दूसरे पक्ष को किसी कर्मचारी या अधिकारी द्वारा दिये गए हैं, उनकी जांच कराकर उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही करें, जिससे नगर निगम की छवि धूमिल न हो सके, उन्होंने कहा कि अपने कार्यों के प्रति वफादारी और ईमानदारी के साथ काम किया जाए, बता दें कि महापौर सुनीता दयाल अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहती हैं और आम-जन की समस्याओं का खास ख्याल रखना उनकी पहली प्राथमिकता में शामिल है एक जनप्रतिनिधि का चुनाव जनता के द्वारा होता है और ऐसे में उस जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि वह सबसे पहले जनता की कसौटी पर खरा उतरने का काम करे।