रियल स्टेट कारोबारी से जुड़ा है मामला, आईटी टीम की लखनऊ सहित कई शहरों में छापेमारी
काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों की खूबसूरती में चार चांद लगाने वाला निर्माणाधीन नमो घाट सोशल मीडिया पर चर्चा के केंद्र में है।
काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों की खूबसूरती में चार चांद लगाने वाले निर्माणाधीन नमो घाट (अब तक खिड़किया घाट) सोशल मीडिया पर चर्चा के केंद्र में है। कारण है स्मार्ट सिटी की ओर नमो घाट पर घूमने के लिए एंट्री टिकट का मामला। मंगलवार को नमो घाट पर टिकट सिस्टम लागू कर दिया गया। 10 रुपये का टिकट चार घंटे के लिए मान्य था। स्मार्ट सिटी के इस फैसले का चौतरफा विरोध होने लगा।
सोशल मीडिया पर लोगों ने मोर्चा खोल दिया। भारी विरोध को देखते हुए मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के इस फैसले को रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी टिकट की कोई व्यवस्था लागू नहीं की जाएगी। बुधवार सुबह से नमो घाट पर पहले की तरह ही सामान्य तरीके से मिल रहा है।
इधर, इस मामले को लेकर सपा और कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर है। विरोधी दलों की ओर से इसे सरकार की मनमानी करार दिया गया है। इधर, सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि बनारस में घाट पर आज तक कभी किसी तरह का शुल्क नगर निगम या जिला प्रशासन की तरफ से नहीं लगाया गया है। ऐसे में नमो घाट पर प्रवेश शुल्क लेने का फैसला हैरानी भरा है।
अब तक नहीं हुआ है लोकार्पण
राजघाट से सटे नया बनकर तैयार नमो घाट पर्यटकों की सुविधाओं को खास ख्याल रखकर बनाया गया है। इसक लोकार्पण बीते सात जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले थे, लेकिन अंतिम समय में इसे लोकार्पण की सूची से बाहर कर दिया गया था। जिला प्रशासन ने वजह बताई कि नमो घाट के दूसरे चरण का काम अभी पूरा नहीं हुआ है।
काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों के अंतिम छोर पर स्थित खिड़किया घाट को प्रशासन ने नमो घाट के रूप में नया कलेवर दिया है। यहां 25-25 फीट के तीन स्कल्पचर स्थापित हैं और यहां आने वाले पर्यटकों के बीच सबसे पसंदीदा हैं। ॉ नमो घाट दुनियाभर के सैलानियों के लिए काशी में एक नया ठौर बना है। भले ही इसका लोकार्पण अभी ना हुआ हो लेकिन रोजाना इसे देखने हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। अभी गंगा के बढे जलस्तर के कारण पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। यहां वाहन पार्किंग से लेकर चिल्ड्रेन पार्क और सेल्फी प्वाइंट तक की व्यवस्था की गई है।