तैयार हो रही सूची होगी जांच, बीमार एंबुलेंस दौड़ रहीं, खतरे में मरीजों की जान
जनपद में कई एंबुलेंस की हालत खराब है, मगर अनफिट होने के बाद भी वे सड़कों पर दौड़ रही हैं। मरीजों को अस्पताल लाने का काम कर रही हैं। ऐसे में हादसे का डर बना हुआ है। आरटीओ प्रवर्तन की टीम ऐसी एंबुलेंस के खिलाफ कार्रवाई करेगी। खटारा एंबुलेंस की सूची तैयार हो रही है। सूची बनने के बाद अभियान चलाया जाएगा।
इमरजेंसी सेवा देने वाली एंबुलेंस हर मायने में फिट होना जरूरी है, लेकिन शहर में चलने वाली अधिकतर एंबुलेंस फिट नहीं हैं। जिले में 289 प्राइवेट और 86 सरकारी एंबुलेंस पंजीकृत हैं। जिसमें से 104 प्राइवेट और 52 सरकारी एंबुलेंस अनफिट होने के बाद भी दौड़ रही हैं। तबियत बिगड़ने या हादसा होने पर लोग एंबुलेंस के लिए कॉल करते हैं, ताकि जल्द से जल्द अस्पताल पहुंच सकें, मगर जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण मरीज अनफिट एंबुलेंस से ढोए जा रहे हैं।
इन एंबुलेंस से हादसे का खतरा हर समय बना रहता है। मामला संज्ञान में आने के बाद आरटीओ प्रवर्तन दिनेश कुमार से सभी एआरटीओ को निर्देश दिए हैं कि वे खटारा और अनफिट होने के बाद भी दौड़ रहीं एंबुलेंस की सूची बनाकर उन्हें दें। इसके अलावा घरेलू सिलेंडर से संचलित होने वाली एंबुलेंस के खिलाफ भी अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
न्यूज़ क्रेडिट: अमृतविचार