नोएडा न्यूज़: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री परनीत कौर से 23 लाख रुपये ठगने वाले गिरोह के सरगना को पुलिस ने रात को गिरफ्तार कर लिया. यह गिरोह बागपत के रहने वाले पूर्व दरोगा समेत देशभर में 100 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है.
बागपत के सेड़भर गांव निवासी रविंद्र शर्मा पीएसी से रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर हैं. गिरोह के सरगना शमशेर अली ने पेंशन शुरू कराने का झांसा देकर उनसे 31 लाख 10 हजार रुपये ठग लिए. रविंद्र शर्मा के केस दर्ज कराने के बाद साइबर क्राइम पुलिस ने जब जांच शुरू की तो वह इस ठग गिरोह के सरगना तक पहुंची. नोएडा की साइबर पुलिस ने सरगना शमशेर अली को पंजाब से गिरफ्तार किया. उसकी पहचान बिहार के भागलपुर स्थित गांव मुरली निवासी शमशेर अली के रूप में हुई है. वह पंजाब के जिला फतेहगढ़ साहिब स्थित न्यू शांति नगर में रह रहा था. ठग ने रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर रविंद्र शर्मा के साथ जून 2021 में धोखाधड़ी की थी. उसने फोन कर खुद को ट्रेजरी कार्यालय में तैनात अधिकारी बताया और पीड़ित को ज्वाइनिंग से लेकर रिटायरमेंट और परिवार से जुड़ी पूरी जानकारी दी. फिर उनके खाते में जमा पैसों की जानकारी भी दी. इससे रविंद्र शर्मा उसके झांसे में आ गए. उनका विश्वास जीतने के बाद आरोपी ने ऑनलाइन सत्यापन के नाम पर पीड़ित से बैंक डिटेल और एटीएम कार्ड की डिटेल ले ली और खाते से मोबाइल ऐप के जरिए लाखों रुपये निकाल लिये.
फैक्टरी की आड़ में ठगी का धंधा शमशेर की पंजाब में लोहे का दरवाजा, खिड़की सहित अन्य सामान बनाने की फैक्टरी है. यहां से ही वह देशभर के लोगों से संपर्क कर ठगी कर रहा था. इसमें उसके दो बेटे अफसर अली और नूर अली भी शामिल हैं. दोनों बेटे जालसाजी मामले में जेल में बंद हैं. आरोपी का पूरा परिवार ठगी के धंधे में लिप्त है. इनके खिलाफ झारखंड, पंजाब, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में केस दर्ज हैं.