सड़क चौड़ीकरण के मुआवजा का मुद्दा गरमाया, व्यापारियों ने आर-पार की लड़ाई का किया ऐलान
वाराणसी। पड़ाव-रामनगर सड़क चौड़ीकरण मामला अब तूल पकड़ता दिख रहा है। प्रशासन सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित दुकानदारों और व्यापारियों को मुआवजा देने से साफ इन्कार कर देने के बाद व्यापारियों ने भी आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। रविवार को यहां हुई सर्वदलीय पंचायत में पूर्व सांसद रामकिशुन की मौजूदगी में एलान किया गया कि अब न मारेंगे और न मानेंगे। मुआवजा बगैर ध्वस्तीकरण की कारर्रवाई किसी भी कीमत पर होने नहीं देंगे। बीते 26 तारीख को प्रशासन ने पीएसी की तरफ अतिक्रमण हटाया था। इसमें भाजपा, कांग्रेस नेता समेत कइयों के पक्के निर्माण भारी हंगामे के बीच गिरा दिए गए थे। विरोध कर रहे व्यापारी बैकफुट पर चले गए थे। इसके बाद एक सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत चौहान की एक अपील वायरल हुई, जिसमें सभी दलों के नेताओं से रामनगर को बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया था। इसके बाद व्यापारी नेता सक्रिय हुए। कुछ लोगों ने सपा मुख्यालय से संपर्क साधा, तो चंदौली के पूर्व सांसद रामकिशुन को मामला देखने को कहा गया।
रविवार को एक सर्वदलीय पंचायत बुलाई गई। बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सांसद रामकिशुन ने पंचायत को सम्बोधित करते हुए कहा भाजपा सरकार गरीबों का उत्पीड़न कर रही है। कई दशकों से एक ही जगह पर दुकान व्यवसाय चला रहे हैं, उनको मुआवजा दिए बगैर उनका निर्माण तोड़ना उचित नहीं है। कहा कि इसके लिए चरण बद्ध आंदोलन होगा। न मारेंगे और न मानेंगे। व्यापारियों को मुआवजा दिए बगैर एक ईंट भी नही तोड़ने दी जाएगी। आंदोलनों के आगे बड़े बड़े तानाशाहों को भी झुकना पड़ा है फिर यह सरकार क्या है। तय हुआ कि सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य आठ को रामनगर आ रहे हैं। उनसे मिलकर अपनी मांग रखी जाएगी। गांधीवादी तरीके से आंदोलन को क्रमशः आक्रामक धार दी जाएगी। इस दौरान व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश जायसवाल, अशोक जायसवाल, सिद्धांत जयसवाल, विपिन सिंह, राजेंद्र गुप्ता,मनोज यादव,रजनीश पाण्डेय, सुरेश बहादुर सिंह,रंजीत चौहान,मुकुंद सेठ,कृष्ण मोहन यादव,श्रीनारायण द्विवेदी, संजय यादव, संजय श्रीवास्तव, आनंद केशरी, कौशलेश सिंह, दीपक जायसवाल, पुरषोत्तम केशरी, सरदार प्रिंस सिंह,सुनील गुप्ता, पंकज श्रीवास्तव, अजय सेठ गणेशु, विशाल जायसवाल,भगवान दास आदि उपस्थित रहे।