दो करोड़ रुपये जेवरात लेकर हड़पने के आरोपियों पर विवेचक मेहरबान

एसपी क्राइम से जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए

Update: 2024-03-31 06:35 GMT

बरेली: कारोबार के बहाने सर्राफा कारोबारियों से करीब दो करोड़ रुपये जेवरात लेकर हड़पने के आरोपियों पर विवेचक मेहरबान है. कोर्ट ने आरोपियों को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया लेकिन विवेचक उनके नाम निकालने की फिराक में है. आलमगिरीगंज के सर्राफा कारोबारी सागर अग्रवाल और उनकी पत्नी शिल्पी अग्रवाल ने एसएसपी से शिकायत की है. एसपी क्राइम से जांच कराकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

सागर अग्रवाल ने बताया कि उनकी पत्नी शिल्पी अग्रवाल की आलमगिरीगंज स्थित फर्म सोने-चांदी की ज्वेलरी का कारोबार करती थी. सूर्या एन्क्लेव निवासी ललिता चंद्रा ने उनकी पत्नी ने डिजाइनर ज्वेलरी की खरीदारी के जरिये जान पहचान बढ़ाई. ललिता चंद्रा और उनके परिवार के अन्य सदस्य कारोबार के लिए उनसे सोने-चांदी के जेवरात नकद और उधार लेने लगे. विश्वास बन जाने के बाद आरोपियों पर उनसे 32. लाख रुपये के जेवर ले लिए और भुगतान के लिए बहाने बनाने लगे.कई सर्राफा कारोबारियों को फंसाकर उन लोगों से भी जेवरात लेकर रकम हड़प ली. गिरोह लोगों के दो करोड़ रुपये का भुगतान दबा बैठ और रकम मांगने पर विवाद करने लगा. इसको लेकर वर्ष 21 में उन लोगों ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज करा दी.

एफएसडीए ने नष्ट कराई कचरी: एफएसडीए की टीमों ने शहर से लेकर देहात तक छापेमारी की. खाद्य वस्तुओं के नमूने लेकर जांच के लिए लखनऊ लैब भेजे. वीर सावरकार नगर स्थित डमरू इंडस्ट्रीज से कचरी का नमूना लिया. एफ एसडीए की टीम ने 3 क्विंटल संदिग्ध कचरी नष्ट कराई. जिसकी कीमत करीब 9 हजार रुपये है.

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