हड़कंप निगम के स्कूल में बच्चों की तबीयत बिगड़ी

इंद्रपुरी स्थित स्कूल का मामला

Update: 2023-08-16 04:02 GMT

नोएडा: इंद्रपुरी स्थित नगर निगम के एक स्कूल में 24 बच्चे अचानक बीमार हो गए. इनमें से 15 बच्चों को राम मनोहर लोहिया और नौ को आचार्य भिक्षु अस्पताल में भर्ती कराया गया. देर शाम तक सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर थी.

नगर निगम ने घटना का कारण रेलवे ट्रैक से गुजर रही रेलगाड़ी से गैस का रिसाव होना बताया है. वहीं, रेलवे ने इससे साफ इंकार किया है. उधर, ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि मिड डे मील के बाद बच्चों को फूड प्वॉइजनिंग हुई थी.

बदबू आई थी बच्चों के बीमार होने की सूचना मिलते ही परिजन भी अस्पताल की तरफ दौड़े. परिजनों का कहना है कि भोजन करने के बाद बच्चों को तेज बदबू आई थी, जिसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. वहीं, आरएमएल अस्पताल के प्रशासन के अनुसार, उनके यहां भर्ती 15 में से 13 बच्चे ठीक हैं और दो को ऑक्सीजन लगाई गई थी. देर शाम तक सभी बच्चों की हालत स्थिर है.

भोजन करने के बाद तबीयत बिगड़ी स्कूल में दोपहर के समय भोजन करने के बाद तीसरी मंजिल के बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. बच्चों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, प्राथमिक तौर पर जांच में इन बच्चों की तबीयत बिगड़ने की वजह फूड प्वॉइजनिंग लग रही है.

केवल तीसरे फ्लोर के बच्चे ही बीमार हुए अस्पताल के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि स्कूल में पहले दो फ्लोर के बच्चे बीमार नहीं हुए, सिर्फ तीसरे फ्लोर के बच्चे बीमार हुए. ऐसे में फूड प्वॉइजनिंग की आशंका है. बीमार हुए सभी बच्चों ने एक जैसा ही खाना खाया था. उधर, बीमार हुए बच्चों का कहना है कि दोपहर का भोजन करने के बाद उन्हें अचानक बदबू आई और फिर कुछ पता नहीं चला, क्या हुआ.

बाकी बच्चों को दिक्कत नहीं हुई चौथी और पांचवीं कक्षा के बच्चे भोजन करने के बाद जब स्कूल की तीसरी मंजिल पर पढ़ रहे थे, तब यह मामला हुआ. छोटे बच्चे नीचे की मंजिल पर थे, उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ.

आफत

आहत

‘निगम गुमराह कर रहा’

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरएमएल अस्पताल में छात्रों से मुलाकात की. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यह निंदनीय है कि आप शासित दिल्ली नगर निगम यह कहकर बीमार छात्रों के परिवारों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है कि वे गैस रिसाव से प्रभावित हुए हैं, लेकिन अब सच्चाई सामने आ रही है कि छात्र भोजन करने के बाद संक्रमित हुए. यह कैसे संभव है कि यदि यह गैस रिसाव था तो इसका असर पूरे स्कूल और आसपास के घरों में क्यों नहीं हुआ. एमसीडी और मेयर को बताना चाहिए कि ऐसा कैसे हुआ.

जांच के आदेश दिए महापौर

दिल्ली नगर निगम की महापौर शैली ओबरॉय बीमार विद्यार्थियों को देखने आरएमएल अस्पताल पहुंचीं. उन्होंने छात्रों का हाल जाना. महापौर ने अस्पताल प्रबंधन को बेहतर इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने गैस लीकेज मामले की जांच के भी निर्देश दिए. महापौर का कहना है कि अस्पताल में भर्ती छात्रों ने बताया कि अचानक अजीब सी गंध आई और मन घबराने लगा. कुछ बच्चों को उल्टी होने लगी तो उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचा गया. दो बच्चों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी, पर अब सभी ठीक हैं.

बहाना बना रहे नेता विपक्ष

दिल्ली नगर निगम के नेता विपक्ष और पूर्व महापौर राजा इकबाल सिंह ने नगर निगम में हुई घटना पर अफसोस जाहिर करते हुए निगम प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर गैस रिसाव का नाम देकर गुमराह कर रही हैं. हकीकत यह है कि निगम के 25 बच्चे मिड डे मिल खाने से बीमार हुए है. उधर, दिल्ली भाजपा की उपाध्यक्ष योगिता सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता सरदार आरपी सिंह आचार्य समेत कई भाजपा नेता भी अस्पताल में बच्चों से मिलने पहुंचे.

पश्चिमी दिल्ली के डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि स्कूल में कुछ बच्चों को उल्टी होने की सूचना मिली थी. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और बीमार बच्चों को अस्पताल पहुंचाया. कुल 23 बच्चों को अस्पताल भेजा गया. उपचार के बाद सभी बच्चे ठीक हैं. पुलिस को जांच में पता चला कि कुछ कक्षाओं में अचानक दुर्गंध भर गई, जिससे बच्चे बीमार महसूस करने लगे. बच्चों ने कुछ मिनट पहले ही भोजन किया था. थोड़ी देर बाद दुर्गंध कम हो गई. एहयिात के तौर पर स्कूल की सभी कक्षाओं को खाली करा दिया गया है. दुर्गंध के स्रोत का पता लगाया जा रहा है. स्कूल के बगल से एक रेलवे ट्रैक भी निकल रहा है.

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