खेत में खींचकर युवती से दुष्कर्म, समझौता कराने में जुटी रही पुलिस
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कानपुर। कानपुर आउटर पुलिस की संवेदनहीनता का एक और मामला सामने आया है. शिवराजपुर में अनुसूचित जाति की किशोरी को खेत में खींचकर युवक ने दुष्कर्म किया और बदहवास हालत में छोड़कर फरार हो गया. पीड़ित परिजन शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखने और आरोपित को गिरफ्तार करने की बजाय समझौता का दबाव बना चार घंटे तक बिठाए रखा. देर रात मामला अफसरों के संज्ञान में आने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया. शिवराजपुर के गंगा तटवर्ती इलाके के एक गांव में मंगलवार की दोपहर 15 वर्षीय किशोरी खेत की ओर गई थी. आरोप है कि वहां पहले से मौजूद अवनीश पाल ने किशोरी को दबोच लिया और जबरन खेतों में ले जाकर दुष्कर्म किया. जान से मारने की धमकी देकर वह किशोरी को बदहवास हालत में छोड़कर भाग गया. कुछ देर बाद संभलने पर किशोरी घर पहुंची।
आपबीती बताई तो मां के पांव तले से जमीन खिसक गई. वह माथे पर हाथ रखकर बैठ गईं और फिर घरवालों को पूरी घटना बताई. इसके बाद पीड़ित परिवार देर शाम किशोरी को लेकर थाने पहुंचा और मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा. परिजन का आरोप है कि शिकायत पर बीट प्रभारी ने रिपोर्ट लिखने और आरोपित को पकड़ने की बजाय उलटा डपट दिया और चार घंटे तक थाने में बिठाकर समझौते का दबाव बनाया. देर रात मामला अधिकारियों तक पहुंचा, जिसके बाद रात 10 बजे मुकदमा दर्ज किया गया. सीओ बिल्हौर राजेश कुमार ने बताया कि पिता की तहरीर पर आरोपित अवनीश पाल के खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो एक्ट, एससी-एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही हैं। पीड़ित किशोरी का रात में मेडिकल नहीं हो सका, अब बुधवार सुबह उसे मेडिकल के लिए भेजा गया है. पीड़ित परिजन को चार घंटे तक थाने में बिठाने का आरोप गलत है.