चन्दौसी/कुढ़फतेहगढ़/। कुढ़फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के गांव छाबड़ा में मकान के बरामदे की छत भरभरा कर गिर गई। इसमें दो बच्चों सहित चार लोग दब गए। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने आनन-फानन में मलबा हटा कर बच्चों व महिलाओं को बाहर निकाला। मगर तब तक एक बच्ची की मौत हो गई। हालत गंभीर होने पर दो घायलों को हायर सेंटर रेफर कर दिया। बच्ची की मौत से परिवार में कोहराम मचा है।
गांव छाबड़ा में होतीलाल मौर्य अपने परिवार के साथ रहता है। उसके दो पुत्र प्रमोद व महेंद्र हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। मंगलवार की सुबह दोनों भाई मजदूरी पर धान लगाए गए थे। घर पर महेंद्र की पत्नी ममता, प्रमोद की पत्नी कांति और उसकी तीन वर्षीया बेटी संध्या थीं। देवरानी-जेठानी दोपहर के समय अपनी बच्ची संध्या और पड़ोसी छह वर्षीय रवि पुत्र बाबू के साथ बरामदे में चारपाई पर बैठे थे। करीब डेढ़ बजे बारिश होने के दौरान बरामदे की छत गिर गई।
चारपाई पर बैठीं दोनों महिलाएं व बच्चे मलबे में दब गए। चीख-पुकार सुन पहुंचे ग्रामीण मलबा हटाने में जुट गए। इस बीच दोनों भाई भी पहुंच गए। इस बीच किसी ने पुलिस को भी घटना की सूचना दे दी। ग्रामीणों ने मलबे में दबी कांति, संध्या व रवि को कड़ी मशक्कत के बाद निकाल लिया। इसके बाद उन्हें सीएचसी ले गए। यहां चिकित्सक ने संध्या को देखते ही मृत घोषित कर दिया। कांति व रवि की हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया। ममता को मामूली चोट लगी हैं।