इस्लामिक मिशन स्कूल में हिंदी न पढ़ाए जाने पर छात्रा ने पूछा सवाल, तो टीचरों ने स्कूल से निकाला

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Update: 2022-08-30 10:01 GMT
अलीगढ़। यूपी के अलीगढ़ में इस्लामिक मिशन स्कूल से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां स्कूल में हिंदी न पढ़ाए जाने पर सवाल पूछने से एक बच्ची को स्कूल से निकाल दिया गया है। जब इस घटना के बारे में बच्ची के परिजनों को जानकारी हुई तो उन्होने स्कूल में हंगामा कर दिया। बच्ची के परिजनों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ डीएम कार्यालय को शिकायत लगाई। उन्होंने मदद की गुहार लगा कर जांच की मांग की है।
बता दें कि इस्लामिक मिशन स्कूल में हिंदी नहीं पढ़ाने के सवाल पर बच्ची को निकाल दिया गया है। जिसके बाद छात्रा के पिता मोहम्मद आमिर ने बताया है कि मैंने अपनी बेटी का इस्लामिक मिशन स्कूल में नर्सरी में एडमिशन कराया था। एडमिशन के 6 महीने बाद हम लोग स्कूल गए थे और पूछा था हमारी बेटी को हिंदी क्यों नहीं पढ़ाई है। होमवर्क अभी तक क्यों नहीं चेक किया। बच्ची की परफॉर्मेंस कैसी है। इस दौरान स्कूल के संचालक द्वारा हमारे किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया गया है। हमारे ऊपर बदसलूकी का आरोप लगाया गया है। हद जब पार हो गई तो इसी बात को लेकर हमारी बेटी को स्कूल से निकाल दिया गया है।
इसके बाद छात्रा के पिता ने बताया कि स्कूल में न हिंदी नहीं पढ़ाई जाती है और न ही वहां राष्ट्रगान होता है। साल में सिर्फ दो बार राष्ट्रगान होता है। 15 अगस्त और 26 जनवरी को, मेरे द्वारा डीएम साहब को इसकी लिखित शिकायत दी गई थी। जिसके बाद डीएम साहब ने जांच के आदेश दिए हैं। मैंने पूछा था हिंदी क्यों नहीं पढ़ाई जाती? तो स्कूल संचालक ने कहा था आपको पूछ कर थोड़ी ना पढ़ाया जाएगा। डीएम से शिकायत के बाद अब स्कूल संचालक ने मुझसे कहा है कि अपनी बेटी के फीस के पैसे वापस ले लो और कहीं और एडमिशन करा लो। मामला जिला अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह के संज्ञान में आने के बाद डीएम ने तत्काल बेसिक शिक्षा अधिकारी को जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
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