परिजनों ने अस्पताल में जमकर किया हंगामा, झोलाछाप डॉक्टरों के इलाज से जच्चा-बच्चा की मौत

Update: 2022-08-31 14:21 GMT
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले के एक प्राइवेट अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि अस्पताल में फर्जी डॉक्टरों ने महिला का का इलाज किया जिससे उसकी और उसके बच्चे की मौत हो गई। मामला कन्नौज के सौरिख थाना इलाके में पड़ने वाले स्मार्ट अस्पताल का है। परिवार का आरोप है कि महिला को प्रसव कराने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। परिवार का आरोप है कि डिलिवरी के समय कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। गलत तरीके से ऑपरेशन करने की वजह से जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई।
मृतक महिला के पति के मुताबिक वो अपनी पत्नी का प्रसव कराने के लिए हसेरन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गया था। लेकिन वहां मौजूद आशा उनकी पत्नी को लेकर प्राइवेट अस्पताल आ गई। परिवार का आरोप है कि अस्पताल में गलत इलाज की वजह से महिला और उसके होने वाले बच्चे की मौत हो गई। जच्चा-बच्चा की मौत की खबर के बाद परिजनों के हंगामे की खबर पाकर मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस भी पहुंच गई। दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जो भी तथ्य जांच के बाद सामने आएंगे उस आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने फिलहाल अस्पताल को सील कर दिया है।
कई बार इस तरह के भी मामले सामने आए हैं कि आशा कार्यकर्ता प्राइवेट अस्पताल से मिलीभगत कर लेती है और प्रसव के लिए जच्चा-बच्चा को प्राइवेट अस्पताल ले जाती है जहां इलाज के नाम पर प्राइवेट अस्पताल परिवार से मोटी रकम वसूल करते हैं और उसका एक हिस्सा आशा वर्कर को भी देते हैं। सरकारी अस्पताल में डिलिवरी कराने पर आशा वर्कर को कोई फायदा नहीं मिलता इसलिए कई बार कुछ आशा वर्कर ज्यादा पैसे के लालच में ऐसा भी काम कर देती है।
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