परिचालक की व्यवस्था का पूरा जिम्मा परिवहन निगम को दिया गया

Update: 2023-02-27 10:19 GMT

मेरठ: महानगर बस सेवा के सुचारू संचालन के लिए इन दिनों चालक-परिचालक कम पड़ रहे हैं। एक ओर मेरठ महानगर बस सेवा के बेड़े में नई बसें शामिल हो चुकी हैं। वहीं, पांच वर्ष से नई भर्ती न होने के कारण स्टाफ की कमी हो चली है। एमसीटीसीएल में वर्ष 2018 के समय 126 बसें संचालित रहीं, जिनमें 170 कंडक्टर और इतने ही ड्राइवर रखे गए।

विभागीय रिकार्ड के अनुसार महानगर बस सेवा में चालकों-परिचालकों की संख्या आज भी इतनी ही है, जबकि बसों की संख्या 150 से अधिक हो चली है। विभागीय सूत्रों के अनुसार एक बस की डबल शिफ्ट के लिए दो चालक और दो परिचालक की जरूरत होती है। यानि वर्तमान में संचालित 150 बसों के लिए 300 चालक और 300 परिचालकों का होना जरूरी है। इसके विपरीत इनकी संख्या 170 ही चली आ रही है।

इसमें भी एक व्यवस्था यह है कि बसों के चालक संचालन कंपनी की ओर से दिए जाते हैं। जबकि परिचालक की व्यवस्था का जिम्मा परिवहन निगम को दिया गया है। गौरतलब है कि मेरठ परिक्षेत्र के आरएम केके शर्मा के पास ही महानगर बस सेवा के महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार है। जबकि एआरएम फाइनेंस को सिटी बस सेवा के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक का दायित्व मिला हुआ है।

चालक और परिचालक की व्यवस्था अलग-अलग स्तर से किए जाने के कारण अक्सर व्यवस्था डगमगाई रहती है। इस संबंध में प्रभारी एमडी आरएम केके शर्मा का कहना है कि परिचालकों की कमी के कारण कई मार्गों पर सिटी बस सेवा के संचालन में बाधा आई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि एक सप्ताह के दौरान व्यवस्था में सुधार कर लिया जाएगा।

Tags:    

Similar News