लूट का विरोध करने पर डॉक्टर के दोस्त ने ही किशोरी को मार डाला

Update: 2023-07-22 06:21 GMT

नोएडा न्यूज़: सरस्वती एनक्लेव कॉलोनी में डॉक्टर के घर में घुसकर उनकी नाबालिग बेटी की हत्या और 25 लाख लूटने वाले आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. डॉक्टर के ही एक दोस्त ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था. पुलिस का दावा है कि लूट का विरोध करने पर आरोपी ने हत्या की थी.

डीसीपी सेंट्रल नोएडा अनिल कुमार यादव ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी प्रदीप विश्वास मेरठ के हस्तिनापुर का रहने वाला है. आरोपी नोएडा के गेझा गांव में परिवार के साथ रहता है. वह पेंटर का काम करता है. आरोपी प्रदीप ने पैसे के लालच में आकर डॉक्टर सुदर्शन बैरागी के घर में घुसकर उनकी बेटी की हत्या की थी. लूट का विरोध करने पर आरोपी ने डॉक्टर की 14 साल की बेटी शिल्पी को गला घोटकर मार डाला. इसके बाद आरोपी घर से 25 लाख रुपये नगद और सोने-चांदी के जेवरात लूटकर ले गया था.

पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए आरोपी प्रदीप के घर से चावल के डिब्बे में रखे साढ़े सात लाख रुपए और सोने चांदी के जेवरात बरामद किए हैं.

बाइक से वारदात करने पहुंचा था आरोपी पुलिस ने बताया कि सुबह साढ़े दस बजे डॉक्टर सुदर्शन बैरागी की पत्नी आरोपी प्रदीप को गेझा गांव में मोबाइल की दुकान पर मिली थी. प्रदीप ने डॉक्टर की पत्नी से पूछा था कि घर पर कौन है. उसने कहा था कि बेटी घर पर अकेली है.

इस बीच आरोपी बाइक लेकर डॉक्टर के घर पहुंचा और घर का दरवाजा खुलवाकर बेटी शिल्पी से पानी मांगा. बेटी ने पानी लाकर दिया तो आरोपी ने शिल्पी से घर में रखे पैसों के बारे में शिल्पी से पूछा तो उसने जानकारी होने से इनकार किया था. इस बीच आरोपी खुद पैसे ढूंढ़ने लगा. शिल्पी ने विरोध किया तो गला घोट कर हत्या कर दी और नगदी और जेवरात लेकर फरार हो गया.

पानी के गिलास से आरोपी तक पहुंची पुलिस

डीसीपी अनिल यादव ने बताया कि प्रदीप ने वारदात को अंजाम देने से पहले अपने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर लगा दिया था, जिससे उसकी लोकेशन पुलिस को पता न चल सके. आरोपी ने छह घंटे तक पुलिस को गुमराह किया और खुद को घर पर होना बताया, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और घर में मिली नगदी और जेवरात से उसका झूठ पकड़ा गया. डॉक्टर ने नियम बनाया था कि मेहमान या बाहरी व्यक्ति आने पर कांच के गिलास में और परिचित को स्टील के गिलास में पानी देना है. वारदात के बाद घर के मेज पर स्टील का गिलास रखा मिलने से आरोपी का प्रदीप पर शक गहरा गया था.

भागने में गोली लगी

डीसीपी ने बताया कि रात पुलिस आरोपी को घर से लेकर आ रही थी. रास्ते में उसने पेशाब के लिए कहा. पुलिस उसको ले जा रही थी तो आरोपी ने एक सिपाही की पिस्टल छीनकर भागने लगा. पुलिस ने फायरिंग की तो पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया.

दोस्ती में विश्वासघात

डॉक्टर सुदर्शन ने बताया वह दोनों मेरठ के हस्तिनापुर के रहने वाले हैं और बंगाली है. चार साल पहले प्रदीप उनके क्लीनिक आया था. इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई. डॉक्टर ने कहा कि वह प्रदीप को परिवार के सदस्य की तरह मानते थे. उसने उसके साथ विश्वासघात किया है. वह उसके परिवार का फ्री इलाज करते थे.

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