बरेली: मीरगंज, शेरगढ़ के कई गांवों में जलजमाव होने से खतरनाक मच्छरों का घनत्व तेजी से बढ़ रहा है जिससे मलेरिया का खतरा और बढ़ गया है. सीएमओ डा. बलवीर सिंह ने मलेरिया प्रभावित गांवों की सूची जिला पंचायतराज अधिकारी को भेजी है. वहां सफाई कराने को पत्र लिखा है.
जिला पंचायतराज अधिकारी को भेजे पत्र में सीएमओ ने लिखा है कि जिला मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित जनपदों में है और इस समय बीमारी का हमला तेज हो गया है. जिले में 213 गांव मलेरिया प्रभावित हैं. बरसात में गांवों में जलजमाव होने से मच्छरों का घनत्व तेजी से बढ़ रहा है और इससे बीमारियों का प्रकोप तेज हो रहा है. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आन स्पाट ट्रीटमेंट किया जा रहा है, एक्टिव केस सर्विलांस अभियान भी शुरू हो गया है लेकिन मच्छरों के घनत्व को रोकने के लिए जलजमाव का निस्तारण, नालियों की सफाई जरूरी है. साथ ही रुके हुए जल में सप्ताह में एक बार लार्वानाशक का छिड़काव किया जाना चाहिए.
बरसात के चलते नहीं चला सफाई अभियान
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देश दिया था कि मीरगंज ब्लाक समेत मलेरिया प्रभावित इलाकों में विशेष सफाई अभियान चलाया जाए. अभियान अभी तक शुरू नहीं हो सका है. टीम गांवों में जाने वाली थी लेकिन बरसात के चलते सफाई अभियान टल गया है. गांवों में सफाई न होने से मलेरिया का खतरा बढ़ता जा रहा है.
मलेरिया का प्रसार रोकने के लिए एक्टिव केस सर्विलांस शुरू किया गया है. मोबाइल मेडिकल यूनिट को भी तैनात किया गया है. टीमें 30 अगस्त तक प्रभावित गांवों में बुखार के मरीजों की स्क्रीनिंग करेंगी. गांवों में सफाई के लिए पत्र लिखा गया है.
--डॉ. बलवीर सिंह, सीएमओ